
योजनाएं ही एकात्म मानववाद का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण
इस अवसर पर केजीएमयू के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांत एवं गरीबों के उत्थान के लिए बनाई गई योजनाएं ही एकात्म मानववाद का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य की ही नहीं बल्कि गरीबी उन्मूलन की भी व्यवस्था है। कुलपति ने कार्यक्रम में मौजूद छात्र-छात्राओं, प्रोफेसर एवं डाॅक्टर्स से अपील करते हुए कहा कि हम सभी छोटे-छोटे कार्यो के द्वारा भी अपने दायित्व का निर्वाहन करते हुए देश सेवा में भागीदार हो सकते हैं।
अन्त्योदय का अर्थ समाज में अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति का उदय
लोकसभा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव इस अवसर पर पं0 दीनदयाल जी का स्मरण करते हुए कहा कि अन्त्योदय का अर्थ समाज में अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति का उदय करना है। उन्होंने कहा कि जिस तरह समतल भूमि न होने से फसल की पैदावार एक बराबर नहीं होती है, उसी प्रकार से समरस समाज के बिना राष्ट्र का विकास मुमकिन नहीं है।
75 फीसदी बीमारियों का इलाज स्वच्छता
उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान पर अपने विचार रखते हुए कहा कि स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ बड़े शहरों के लिए ही नहीं है। हर घर में शौचालयों का निर्माण आवश्यक है, इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि एक भी व्यक्ति खुले में शौच के लिए न जाए। उन्होंने स्वस्थ्य रहने के लिए स्वच्छता को जरूरी बताते हुए कहा कि देश को गंदगी मुक्त करना ही सरकार और आमजन का लक्ष्य होना चाहिए, 75 फीसदी बीमारियों का इलाज स्वच्छता है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ह्नदय नारायण दीक्षित ने कहा कि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को भी अपना जीवन स्वाभिमान से जीने का अधिकार है। समाज में आगे निकल चुके लोगों को पीछे रह गए लोगों को रास्ता सुलभ कराना चाहिए।