लखनऊ। मंगलवार को गोमती नगर स्थित एक होटल में ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजी (जीएचएस) की ओर से पोषण पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी थी। इस दौरान उन्होंने पोषण पर अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले 10 प्रधानों को सम्मानित किया।
मंत्री ने भी माना कुपोषण देश की एक बड़ी समस्या
मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि कुपोषण देश की एक बड़ी समस्या है। प्रदेश के सभी जिलों में डायरेक्ट अर्ली इंटरवेंशन केंद्र की स्थापना जल्द ही की जाएगी। इस केंद्र पर बच्चे के जन्म के साथ ही कुपोषण और अन्य बीमारियों की पहचान आसानी से हो सकेगी। पांच वर्ष की उम्र तक के 40 फीसदी बच्चों की कुपोषण से मौत हो जाती है।
रीता बहुगुणा ने कहा कि 50 से अधिक शहरों में नि: शुल्क अल्ट्रासाउंड सेंटर खोले जाएंगे। इसमें निजी सेक्टर को भी जोड़ा जा सकता है। मिशन इंद्रधनुष करीब 80 फीसदी पूरा हो गया है। जापानी इंसेफ्लाइटिस को काफी हद तक काबू कर लिया गया है।
ये भी थे मौजूद
कार्यक्रम में सांसद अजय मिश्रा, मंत्री जय प्रताप सिंह, विधायाक जवाहर लाल राजपूत, राजमणि कौल, जयंत कृष्णा, परिवार कल्याण की एमडी डॉ नीना गुप्ता, एनएचएम एमडी पंकज कुमार, वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान, जीएचएस की अंजलि, निधि दुबे, रिया, दीपक मिश्रा आदि मौजूद रहे।
जीएचएस की अंजलि ने बताया कि पोषण के लिए संस्था द्वारा लखीमपुर खीरी, प्रयागराज, पीलीभीत, कन्नौज समेत अन्य शहर में कम्युनिटी इंगेजमेंट एंड लीडरशिप डेवलपमेंट कार्यक्रम किया जा रहा है, जिससे लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है।