लखनऊ। मंगलवार को केजीएमयू के ब्राउन हॉल में छत्रपति शाहूजी महाराज का जयंती समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन छत्रपति शाहूजी महाराज स्मृति मंच की ओर से आयोजित किया गया था। इसके मुख्य अतिथि राज्यपाल राम नाईक उपस्थित थे। इस दौरान केजीएमयू में राष्ट्रीय स्तर का पुरस्तकालय शाहूजी महाराज के नाम पर शुरू करने की मांग की गई।
रिजर्वेशन सिर्फ 7.5 फीसदी
छत्रपति शाहूजी महाराज के 144वें जयंती समारोह पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री व अपना दल की राष्टï्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने सरकार की आरक्षण नीतियों पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सदन में केवल बातों में ही कोटा मिला हकीकत में नहीं। नियमानुसार रिजर्वेशन 22.5 फीसदी मिलना था लेकिन मिला सिर्फ 7.5 फीसदी।
100वीं जयंती 2019 में
मुख्य वक्ता व महाराष्टï्र के ख्यात साहित्यकार डॉक्टर सुनील कुमार लवटे ने कहा कि आज शाहू जी महाराज के विचारों को अपनाने की जरूरत है। वहीं विशिष्टï अतिथि व श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज सामाजिक सुधार के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई। समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल ने कहा कि साल 1919 में कानपुर में आयोजित अखिल भारतीय कुर्मी महासभा के राष्ट्रीय सम्मलेन में शाहूजी को राजर्षि के खिताब से नवाजा गया था। उस समारोह की 100वीं जयंती 2019 में मनाई जाएगी। प्रदेश भर में ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम होंगे। इसका मुख्य आयोजन कानपुर विश्वविद्यालय में होगा। राज्यपाल ने प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार लवटे द्वारा रचित 20 पुस्तकों का विमोचन किया।
किसानों, मजदूरों और महिलाओं के उत्थान के लिए विशेष कार्य किया
समारोह में मुख्य वक्ता साहित्यकार डॉ. सुनील कुमार लवटे ने कहा कि शाहूजी ने केवल आरक्षण का पक्ष ही नहीं लिया बल्कि उन्होंने किसानों, मजदूरों और महिलाओं के उत्थान के लिए विशेष कार्य किया। मंच के अध्यक्ष रामचन्द्र पटेल ने प्रदेश सरकार की ओर से वित्त पोषित विश्वविद्यालय, संस्थानों की गवर्निंग बॉडी में अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़े वर्ग के सदस्यों की भागेदारी सुनिश्चित करवाने और केजीएमयू में राष्ट्रीय स्तर का पुरस्तकालय शाहूजी महाराज के नाम से शुरू करवाने की मांग की। स्वागत उद्धबोधन पद्मश्री प्रो. एसएन कुरील ने दिया। इस अवसर पर विशिष्टï सेवा के लिए कई चिकित्सकों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित भी किया गया।
राज्यपाल ने इन्हें दिया सम्मान
समारोह में राज्यपाल ने छत्रपति शाहूजी स्मृति मंच की ओर से नेक कार्यों के लिए केजीएमयू के चिकित्सकों व अन्य को सम्मानित किया गया। इसमें डॉ. हरिराम, डॉ. विनोद जैन, डॉ. विजय कुमार, डॉ. परेवज विश्वकर्मा, डॉ. सत्येेंद्र सोनकर, डॉ. धर्मेंद्र कुमार, डॉ. निशा सिंह, राजेश वर्मा, महीपाल सिंह व शैलेंद्र कुमार शामिल हैं।