नई दिल्ली। इन दिनों ज्यादातर बैठे रहने की जीवनशैली, बैठने-उठने के गलत तरीके और व्यायाम न करने के कारण कमर दर्द एक आम समस्या बन गई है। यह समस्या अब न केवल उम्र से जुड़ी है बल्कि इससे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी भी तकलीफदेह साबित हो रही है। कमर का दर्द कष्टकारी और असहज करने वाला हो सकता है लेकिन आमतौर पर यह गंभीर नहीं होता है। कमर का दर्द इस बात पर निर्भर करता है कि हमारी पीठ की हड्डियां, मांसपेशियां और लिगामेंट्स किस तरह काम करते हैं और किस तरह एक-दूसरे से जुड़े हैं।
वयस्कों में कमर दर्द हर दिन की गतिविधियों या बैठने-उठने के गलत तरीकों से हो सकता है जैसेए कंप्यूटर के इस्तेमाल करने के दौरान सही तरीके से नहीं बैठना, अजीबोगरीब तरीके से मुडऩा, किसी सामान को धक्का देना या खींचना या उठाना और लंबे समय तक खड़े रहना आदि।
मानसिक तनाव देने वाले काम, अवसाद या बेचैनी, गर्भावस्था महिलाओं को कमर दर्द होने की आशंका ज्यादा होती है। लंबे समय तक बैठे रहने की जीवनशैली, धूम्रपान, शराब का सेवन और सोन-जगने का अनियमित समय, उम्र और लिंग, मोटापा, अत्यधिक शारीरिक श्रम का काम करने के कारण कमरदर्द हो सकता है।
शारीरिक व्यायाम, शरीर का सही पॉश्चर, स्वस्थ आहार, सोने का सही तरीका, मानसिक तनाव को कम करना, धू्म्रपान न करना और जीवनशैली में थोड़े बहुत बदलाव लाकर कमर दर्द के खतरे को कम कर सकते हैं।