लखनऊ। केजीएमयू के कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के अनुरूप भत्ते की मांग तूल पकड़ती जा रही है। अब इस मांग को लेकर शिक्षक संघ ने अपना समर्थन दिया है। शिक्षक संघ के महासचिव प्रोफेसर संतोष कुमार ने कर्मचारी परिषद को पत्र भेजकर सातवें वेतनमान के अनुरूप भत्ते दिए जाने के मुद्दे पर कर्मचारियों के संघर्ष पर अपनी सैद्धांतिक सहमति एवं समर्थन दिया है।
कर्मचारियों का मामला लटका
इसके पूर्व में भी कर्मचारी परिषद ने भत्ते की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था। लेकिन कोई भी सकारात्मक रुख कर्मचारियों के पक्ष में नहीं आया है। केजीएमयू के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को संजय गांधी पीजीआई के बराबर सातवें वेतनमान में भत्ते दिए जाने हैं इस संबंध में केजीएमयू के शिक्षकों के लिए तो शासन से सहमति प्राप्त हो चुकी है और उन्हें उसी के अनुरूप भत्ते दिए जा रहे हैं लेकिन कर्मचारियों का मामला लटका हुआ है। कर्मचारी परिषद ने इस संबंध में संस्थान के रजिस्ट्रार और कुलपति को पत्र लिखकर सूचित किया था लेकिन इस पर अभी भी कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो पाई है।
यह है विरोध का कार्यक्रम
कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह ने भत्ते की मांग को लेकर कहा कि यदि सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। समर्थन मिलने के बाद कर्मचारी परिषद 19 जुलाई से तीन चरणों में किए जाने वाले अपने आंदोलन करेगा। कर्मचारी परिषद की ओर से बीती 12 जुलाई को कुलसचिव को भेजे पत्र में कहा है कि सातवें वेतनमान के अनुरूप भत्ते देने पर कार्रवाई नहीं हुई तो 19 जुलाई को अपराहन 2 बजे से सांय 4 बजे तक कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इसके बाद भी अगर मांग पूरी न हुई तो 26 जुलाई को मध्यान्ह 12 बजे से अपराहन 2 बजे तक का बहिष्कार किया जाएगा। पत्र में कहा गया है दो चरण के आंदोलन के बाद भी अगर उनकी मांग न मानी गई तो तीसरे चरण में 2 अगस्त को मध्यान्ह 12 बजे से सांय 4 बजे तक आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सेवाओं का कर्मचारी बहिष्कार करेंगे।