डेस्क। टीबी एक संक्रामक बीमारी है जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु के फैलने के कारण होती है। टीबी ज्यादातर फेफड़ों पर हमला करती है लेकिन यह फेफड़ों से रक्त प्रवाह के साथ शरीर के अन्य भागों को भी प्रभावित करती है। इसका पूरा नाम ट्यूबरकुल बेसिलाइ है।
लक्षण
लगातार तीन हफ्ते से ज्यादा खांसी रहना या खांसी के साथ खून आना, शाम को बुखार होना और ठण्ड लगना, छाती में दर्द रहना और जरा सा चलने पर सांस फूलना, वजन का अचानक कम होना और थकान महसूस होना, फेफड़ों में बहुत ज्यादा इंफेक्शन होना।
रोग के प्रकार
एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी
इस टीबी के होने पर शरीर के दूसरे अंग प्रभावित होते हैं। यह बीमारी उन लोगों को जल्दी घेरती है जिन में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है और छोटे बच्चे इस बीमारी से बहुत जल्दी ग्रसित होते हैं।
फुफ्सीय टीबी
यह टीबी फेफड़ों में इंफेक्शन के कारण होती है। इस प्रकार की टीबी होने पर सीने में दर्द और लंबे समय तक खांसी व बलगम हो सकती है।
पेट की टीबी
इस टीबी की पहचान बहुत मुश्किल होती है। इसका पता तब चलता है जब पेट में गांठें बनने लगती है। रोगी को पेट की समस्याएं जैसे बार-बार दस्त लगना, पेट में दर्द रहने लगता है।