लखनऊ। नवजात बच्चे को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। नवजात को कम से कम एक माह तक विशेष देखभाल की जरूरत होती है। थोड़ी सी लापरवाही बच्चे के लिए घातक साबित हो सकता है। बच्चे को अगर बुखार, ऐठन या शरीर पर दाने हैं तो यह वेक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है। बच्चे को बिना देर किए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर जेंटा इंजेक्शन लगवाएं।
क्या है होम बेस्ड न्यू बोर्न केयर
स्वास्थ्य बीमा मिशन की ओर से प्रदेश में होम बेस्ड न्यू बोर्न केयर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम मां और नवजात की देखभाल के लिए चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत प्रसव के बाद आशा 42 दिन के भीतर 6 से 7 बार घर-घर जाकर नवजात और बच्चे की देखभाल करने के तरीके बताती हैं।
तुरंत करें डॉक्टर से संपर्क
बीरांगना अवंतीबाई महिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सलमान ने बताया कि बच्चे को कोई परेशानी, पसली चलना, सुस्त रहना, शरीर के किसी अंग से खून बहना या उल्टी जैसी कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।