लखनऊ। केजीएमयू शुक्रवार को स्पोट्र्स मेडिसिन विभाग का शुभारंभ कुलपति ने किया। ओपीडी का संचालन सप्ताह में दो दिन सोमवार व बृहस्पतिवार को किया जायेगा जो सुबह 9 से 1 बजे तक संचालित होगा। इस नए विभाग की ओपीडी के संचालन से प्रदेश की जनता व खिलाडिय़ों को विशेष कर उनको लगने वाली चोटों जैसे लिगामेन्ट इंजरी एवं आर्थोस्कोपी, विभिन्न जोड़ों के प्रत्यारोपण इत्यादि की सुविधा के साथ-साथ उनकी शारीरिक क्षमताओं के आंकलन एवं उत्कृष्ट मशीनों द्वारा स्टेट ऑफ आर्ट फिजियोथेरेपी एवं कसरत की सुविधा प्राप्त हो सकेगी। जिससे मरीजों का उच्च कोटि का उपचार हो सकेगा एवं वो जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
खिलाडिय़ों को नहीं करना होगा दिल्ली का रुख
अभी तक इसके उपचार के लिए सम्पूर्ण उत्तर भारत के खिलाडिय़ों एवं जनता को दिल्ली या अन्य स्थानों पर जाना पड़ता था। वर्ष 2017 में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, केन्द्र सरकार ने केजीएमयू को देश के पांच चुने गये चिकित्सा संस्थानों में चुना था एवं 12.5 करोड़ रुपये की धनराशि पांच वर्ष में स्वीकृत की गई। इसके उपयोग से एवं कुलपति के मार्गदर्शन में शताब्दी फेज-2 अस्पताल में प्रो. आशीष कुमार के नेतृत्व में स्पोट्र्स मेडिसिन विभाग की स्थापना की जा चुकी है। विभाग द्वारा स्पोट्र्स मेडिसिन में एमडी एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रम का संचालन करने के लिए एमसीआई से स्वीकृति प्राप्त करने की प्रक्रिया भी चल रही है। वर्तमान में पूरे देश में मात्र चार स्थानों पर स्पोट्र्स मेडिसिन विभाग का यह पाठ्यक्रम चल रहा है। उपरोक्त स्पोट्र्स मेडिसिन विभाग उत्तर प्रदेश का ही नही वरन पूरे उत्तर भारत का पहला विभाग है।
ये उपस्थित रहे
उपरोक्त कार्यक्रम में राजेश कुमार राय, कुलसचिव, मो. जमा, वित्त अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एस.एन. शंखवार, प्रो. जीके सिंह, विभागाध्यक्ष, ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग, प्रो. सिद्धार्थ दास, विभागाध्यक्ष गठिया रोग विभाग, प्रो. विनीत शर्मा, कर्नल डॉ. केएम लाल इत्यादि व्यक्ति उपस्थित रहे।