लखनऊ। बारिश का मौसम खूूूबसूरत तो होता है साथ ही खुशनुमा भी बना देती है लेकिन ये कई सारी परेशानियों का सबब भी बन सकती है। इस मौसम में खासतौर से शहरी इलाकों में जलभराव और उसकी वजह से पैदा होने वाली तमाम बीमारियां बरसात के मौसम में बेहद आम होती हैं। यही मौसम मच्छरों के पनपने के लिए भी सबसे बेहर माना जाता है जिससे तमाम जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में अगर कुछ सावधानियां बरती जाएं तो बरसात के बाद होने वाली दिक्कतों से बचा जा सकता है।
लापरवाहियां भारी पड़ सकती हैं
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर शीतल वर्मा कहती हैं कि बरसात तमाम बीमारियों की जड़ है क्योंकि इस दौरान हमारी कुछ लापरवाहियां बहुत भारी पड़ सकती हैं। वह कहती हैं कि सबसे जरूरी मच्छरों को पनपने से रोकना है क्योंकि इनसे मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियां होने का खतरा होता है। इसी तरह अगर आप खानपान को लेकर सतर्क नहीं होंगे तो डायरिया जैसी संक्रामक बीमारी की चपेट में आने का जोखिम कई गुना बढ़ सकता है।
साफ-सफाई जरूरी
साफ-सफाई का ख्याल रखना बेहद जरूरी है क्योंकि इसकी वजह से तमाम संक्रमण शरीर में घर कर जाते हैं जो लंबे समय तक परेशान करते हैं। धूल की वजह से श्वसन संबधी बीमारियां भी होने की आशंका रहती है। बारिश में निमोनिया का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में अगर कोई बीमारी या तकलीफ परेशान करती है तो किसी भी सूरत में सेल्फ मेडिकेशन यानी खुद दवा न लें और इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करने में देर न करें।
मच्छर साफ पानी में भी पैदा होते हैं
डॉक्टर शीतल वर्मा कहती हैं कि सबसे बड़ी विचारधारा कि यह है कि लोग मानते हैं कि मच्छर अक्सर गंदे पानी में ही पैदा होते हैं। पिछले कुछ समय में देखा गया है कि कुछ मच्छर साफ पानी में भी पैदा होते हैं। इस लिहाज से अपने घरों मेंए छतों पर जमा साफ पानी पर भी बराबर नजर रखी जानी चाहिए कि हालांकि कहीं उसमें मच्छर तो पैदा नहीं हो रहे हैं। इसी तरह घर में यदि स्विमिंग पूल हो तो उसकी भी बराबर साफ-सफाई की जानी चाहिए। यह कार्य करने हम बीमारियों से बच सकते हैं।