लखनऊ। केजीएमयू में सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों की भर्ती का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। इस बार अभ्यर्थियों ने भर्ती में आरक्षण नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया है। यह भी कहा गया है कि इस संबंध में अभ्यर्थियों ने शिकायत भी की लेकिन शिकायतों को नजरअंदाज कर अफसरों ने भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली। शिकायत पाकर केजीएमयू के अधिकारी सीनियर रेजिडेंट के पदों का आरक्षण विवरण विभागवार खंगालना शुरू कर दिया है।
आरक्षण नियमों का उल्लंघन का मामला सामने आया
केजीएमयू में पहली बार लिखित परीक्षा के आधार पर सीनियर रेजिडेंट की भर्ती प्रक्रिया पूरी की गई है। केजीएमयू में सीनियर रेजिडेंट के 312 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। दंत संकाय के ओरल पैथोलॉजी विभाग का पर्चा लीक हो गया था। पांच सदस्यीय कमेटी मामले की जांच कर रही है। अब आरक्षण नियमों का उल्लंघन का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री के विशेष सचिव ने मामले की जांच कर केजीएमयू कुलसचिव से जवाब मांगा है। इसके बाद केजएमयू प्रशासन ने आरक्षण के अनुसार रेजिडेंट के पदों का ब्यौरा जुटाना शुरू कर दिया है।
जांच चल रही है
इस संबंध में केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि मामले की पड़ताल कराई जा रही है। जांच पूरी होने पर शासन को अवगत कराया जाएगा। दंत संकाय में पर्चा लीक मामले की जांच चल रही है। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक हो चुकी है। दंत संकाय के वरिष्ठ डॉक्टर, पर्चा बनाने वाली महिला डॉक्टर और शिकायतकर्ता के बयान कमेटी ने ले लिया है।