परिसर के शौचालय की साफ सफाई से फैली गंदगी
लखनऊ। सरकार जहां एक तरफ स्वच्छ भारत अभियान चला रही है वहीं किंग जॉर्ज चिकित्साविश्वविद्यालय केजीएमयू में गंदगी से मरीजों का जीना दूभर हो गया है। यहां की न्यू ओपीडी में गंदगी और बदबू से मरीज और तीमारदार बेहाल हैं। ओपीडी के सभी विभागो में इलाज कराने आये मरीजों के साथ ही तीमारदार, नर्सिंग स्टाफ, कर्मचारी तक नाक पर कपड़ा लगाकर चल रहे हैं। वहीं, अस्पताल प्रशासन की माने तो उसका कहना है कि परिसर के शौचालय की सफाई करवाई जा रही है। उसी के वजह से गंदगी और बदबू फैली हुई है।
ग्राउंड फ्लोर पर फैली गंदगी
न्यू बिल्डिंग ओपीडी के ग्राउंड फ्लोर पर सबसे ज्यादा गंदगी फैली हुई है। यहां के शौचालयों में भीषण गंदगी फैली हुई है। शौचालय का तो बहुत ही बुरा हाल है। वहां अंदर जाने पर मरीज और तीमारदार एक हाथ से नाक और मुंह को कपड़े या रूमाल से ढके रहते हैं। लोगों का सांस लेना तक दुश्वार है। अस्पताल के कर्मचारी, नर्सिंग स्टाफ भी मानते हैं कि बहुत ज्यादा बदबू फैली हुई है। साथ ही पानी का फ्रिजर तो लगा हैं,लेकिन मरीजों केलिए पीने का पीनी उसमें उपलब्ध नही हैं। इलाज कराने आये मरीज और उनके तीमारदार बाहर से पानी की बोतले खरीद कर इस्तेमाल कर रहें । जिसमें ओपीडी के अन्दर बने कैंटीन में पानी की बोतले महगेें दामों में बेचकर अपनी जेबे भर रहें हैं।
गंदगी से मरीजों की सेहत पर असर
तीमारदारों का आरोप है कि शौचालयो में सफाईकर्मी नहीं आते हैं। इस वजह से ही गंदगी व्याप्त है। महिला तीमारदारों ने लगाए आरोप तीमारदार नेहा ने बताया कि आज सुबह से कई सभी शौचालयो में बदबू फैली हुई है।किसी में दरवाजा बंद करने की सुविधा नही भी है। सांस लेने में तकलीफ हो रही है। गंदगी से मरीजों की सेहत पर असर पड़ सकता है। आरोप है कि स्टॉफ से साफ-सफाई कराने के लिए कहा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।