लखनऊ। केजीएमयू के लैब टैक्नीशियन, एक्सरे टेक्रीशियन और कंप्यूटर ऑपरेटर संविदा कर्मचारियों ने पीओसीटी और अमा डाइग्नोस्टिक एजेंसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारियों ने उक्त दोंनों एजेंसी पर वेतन में धांधली का आरोप लगाया है। इस संबंध में रविवार शाम को संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ की बैठक भी हुई। पीडि़त कर्मचारियों ने प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को एक पत्र के माध्यम से सूचना देते हुए कार्रवाई की मांग की है।
4 साल से कर रहे काम
बताया गया है कि केजीएमयू संस्थान में लगभग 120 कर्मचारी पीओसीटी और 26 कर्मचारी अमा डायग्नोस्टिक से लगभग 4 साल से काम कर रहे हैं। पीडि़त कर्मचारियों ने बताया है कि एजेंसी द्वारा टेक्नीकल कर्मचारियों को न पीएफ की रसीद दी जाती है और ना ही ईएसआई की सुविधा दी जा रही है। कर्मचारियों ने एजेंसी पर हेराफेरी का आरोप लगाया है। यही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि कर्मचारी 8 की जगह 10 से 12 घंटे का काम लिया जा रहा है। बड़ी बात तो यह है कि कर्मचारियों को ना तो कोई नियुक्ति पत्र दिया और ना ही कोई आईडी कार्ड दिया गया है।