लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्वास्थ्य सेवाओं के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सीधी बातचीत की। यहां जन औषधि केंद्र, घुटना बदलवाने तथा स्टेंट ऑपरेशन कराने वाले हृदय रोग के लाभार्थी शामिल थे। लखनऊ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग योजना भवन के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में हुई। यहां मिशन निदेशक पंकज कुमार, निदेशक रुकुम केश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ डॉक्टर डीके बाजपेई, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सईद अहमद, डॉक्टर कुमार तथा सीएमओ कार्यालय के प्रवक्ता डॉक्टर एस के सक्सेना भी उपस्थित थे।
16 लाभार्थियों ने लिया भाग
कार्यक्रम में लखनऊ के कुल 16 लाभार्थियों ने भाग लिया। इनमें अलीगंज, लखनऊ के वीर भान सिंह से प्रधानमंत्री ने बातचीत की। वीर भान सिंह से प्रधानमंत्री ने पूछा कि आप क्या कार्य करते हैं, इस पर उन्होंने बताया कि वह रिटायर हो चुके हैं। वीर भान सिंह ने अपनी बीमारी के बारे में बताया कि उनके सीने में दर्द शुरू हुआ। इस पर केजीएमयू के लॉरी कार्डियोलॉजी इंस्टिट्यूट में डॉक्टर शरत चंद्रा के पास दिखाने गए। डॉक्टर ने उन्हें ऑपरेशन की सलाह दी। उनके ऑपरेशन में स्टैंट की कीमत सहित कुल 56-57 हजार रुपए खर्च हुए जबकि कुछ समय पूर्व उनके भाई के इसी प्रकार के ऑपरेशन में दिल्ली में लगभग 350000 खर्च हुए थे। इस पर प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की और बताया कि अब स्टैंट ऑपरेशन में आपके भाई के मुकाबले केवल 10 से 20 फीसदी खर्चा हुआ और आप बिल्कुल ठीक है।
हृदय रोग की बीमारी होने पर करें नियमों का पालन
प्रधानमंत्री ने कहा है कि एक बार हृदय रोग की बीमारी का पता चल जाए तो वह अगर सारे नियमों का पालन करते हुए जीवनयापन का कार्य करें तो लंबी जिंदगी जी सकते हैं। प्रधानमंत्री ने वीर भान सिंह की सराहना की कि आपने अपने परिवार में पत्नी, भाई तथा स्वयं अपनी बीमारी का पता चलते ही तुरंत ही इलाज कराया, जबकि बहुत से लोग इस प्रकार के दर्द को गैस का दर्द समझकर टाल देते हैं।
ऑपरेशन के खर्चो में अब 7 से लेकर 70 फीसदी तक की कमी
प्रधानमंत्री ने घुटनों के ऑपरेशन की कीमतों में 7 से लेकर 70 फीसदी तक की कमी के बारे में भी बताया और इस पर प्रसन्नता व्यक्त की कि अब गरीब लोग भी अपने घुटने बदलवाने का कार्य कर सकते हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि घुटनों के ऑपरेशन में पहले 2.50 से 3.50 लाख तक रुपए खर्च होते थे जो खर्चा आप केवल 60 से 70000 हो गया है।
डीडी न्यूज पर किया सजीव प्रसारण
प्रधानमंत्री की इस वीडियो कांफ्रेंस का सजीव प्रसारण डीडी न्यूज पर किया जा रहा था जिस को दिखाने की व्यवस्था लखनऊ के सभी बड़े जिला स्तरीय चिकित्सालयों, बाल महिला चिकित्सालय तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीवी के माध्यम से की गई थी। यहां पर हजारों मरीजों तथा उनके तीमारदारों ने प्रधानमंत्री के इस सजीव प्रसारण को देखा तथा इसके द्वारा जन औषधि केंद्रों, स्टैंट, ऑपरेशन तथा घुटना बदलवाने में आए खर्चों में कमी की जानकारी प्राप्त की।