लखनऊ। नर्सिंग कैडर का पदनाम ना बदलने की वजह से एक बार फिर पीजीआई कर्मचारियों में उबाल आ गया है। शुक्रवार को सुबह करीब 10:30 बजे पीजीआई कर्मचारी डायरेक्टर का घेराव करने का मन बनाया है। बताया गया है कि यदि कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो कर्मचारी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। यह जानकारी कर्मचारी महासंघ की अध्यक्ष सावित्री सिंह ने दी है।
सरकार की ओर से निर्णय पदनाम नहीं बदला जाएगा
कुछ दिन पूर्व ही नर्सिंग कैडर के पदनाम को लेकर संस्थान की ओर से उत्तर प्रदेश शासन को पत्र भेजा गया था। सरकार की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि पदनाम नहीं बदला जाएगा। वहीं दूसरी ओर पीजीआई को दिल्ली एम्स के सम्तुल्य का दर्जा दिया गया है। कर्मचारियों में इस बात को लेकर रोष है कि एम्स में पदनाम बल गया है तो यहां क्यों नहीं किया जा रहा है।
इन मुद्दों पर चर्चा
घेराव के दौरान डायरेक्टर से मुख्य रूप से 2011 की नियमावली में संशोधन, कैडर रिस्ट्रक्चरिंग, नरसिंह कैडर का पद नाम बदलना, सातवें कमिशन का भत्ते तत्काल लागू किए जाने के संदर्भ में चर्चा की जाएगी।