हादसे के बाद भी नहीं लिया सबक
लखनऊ। केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में मरीज-तीमारदारों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। ट्रॉमा सेंटर के ग्राउंड फ्लोर से लेकर पांचवें तल तक लगे फायर उपकरण बेकार पड़े हैं। स्मोक अर्लाम, फायर हाइडेंट, आग बुझाने के सिलेंडर एक्सपायर तिथि के करीब है या बेकार हो चुके हैं। इसका खुलासा केजीएमयू प्रशासन की ओर से कराए गए सर्वे रिपोर्ट में हुआ है। अफसर पूरी रिपोर्ट को दबाकर बैठे हैं।
केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर की फायर फाइटिंग व्यवस्था दुरुस्त कराने के लिए प्रशासन ने एक कर्मचारी को तैनात किया था। जिसने ट्रॉमा सेंटर के ग्राउंड लोर से लेकर पांचवें तल तक लगे फायर उपकरणों का सर्वे किया। जहां अधिकतर उपकरण खराब मिले। इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार करके केजीएमयू प्रशासन को सौंपी गई है। रिपोर्ट के तहत ग्राउंड फ्लोर लिफ्ट, एक्सरे, कैजुल्टी के पास लगे फायर सिलेंडर २ मई २०१८ को एक्सपायर होने वाले हैं। इसी तरह पांचवें तल पर लगा फायर सिलेंडर एक्सपायर हो चुका था। सीसीयू, आरआईसीयू, एनआईसीयू वार्ड में लगे एक्सटीयूशर एक्सपायर मिले। फायर की लगी बाल्टियों में रेत की जगह कूड़ा-पानी मिला। वहीं ग्राउंड फलोर से लेकर पांचवे तल तक लगे स्मोक अलॉर्म व फायर हाइडेंड भी खराब मिले है।