लखनऊ। आयुर्वेद यूनानी फार्मासिस्टों को अब लोकसभा चुनाव की ड्यूटी नहीं करनी होगी। सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी अरविंद कुमार पांडे ने इस संबंध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर दिया है। फार्मासिस्टों की ड्यूटी ना लगाए जाने को लेकर राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मासिस्ट संघ उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष विद्याधर पाठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी से 22 फरवरी को गुहार लगाई थी।
फार्मासिस्टों पर अस्पतालों का चार्ज
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 65 फीसदी चिकित्सालयों में डॉक्टर नहीं हैं। उन चिकित्सालयों में फार्मासिस्ट ही इंचार्ज हैं। यहां तक कि पश्चिमी यूपी में एक फार्मासिस्ट के ऊपर 2-3 अस्पताल का चार्ज है। चुनाव में ड्यूटी लगाए जाने से जनहित को इलाज कराने में समस्या होती। विद्याधर पाठक ने बताया कि चुनाव में ड्यूटी ना लगाए जाने से सभी चिकित्सालयों में इलाज मुहैया हो सकेगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के इस फैसले से हमें अपार खुशी हुई है।