लखनऊ। खुलेे में शौच से हैजा, डायरिया, पीलिया, मियादी बुखार और कुपोषण जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है। खुले में शौच जाने से सबसे ज्यादा परेशानियां महिलाओं का उठानी पड़ती है। उक्त बातें सोमवार को वात्सल्य संस्था के आदर्श की अगुवाई में विश्व शौचालय दिवस पर डा. नीलम सिंह ने कही।
शौचालय की उपयोगिता पर चर्चा
विश्व शौचालय दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन जिले के 8 ब्लाकों के 8 गांव बख्शी का तालाब में अकोहरी, सरोजनीनगर में हसनपुर खेवली, काकोरी में सिरगामउ, चिनहट में पश्चिम गांव, मलिहाबाद में जगदीशपुर, गोसाईगंज में मगहुआ, मोहनलालगंज में डेहवा और माल के ब्लाक कार्यालय पर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से शौचालय की उपयोगिता पर समुदाय के साथ चर्चा की गयी। इस दौरान डा. नीलम सिंह ने बताया कि शौचालय हमारा और प्रकृति दोनों का ही मित्र है जिसमें मुख्य रूप से यह महिलाओं और बच्चों के लिए लाभप्रद है।
गांव में साफ -सफाई का लिया जायजा
बख्शी का तालाब में चेयरमैन अरूण कुमार सिंह ने समुदाय को शौचालय के फायदे एवं साफ-सफाई स्वच्छता पर चल रही सरकार की योजनाओं के विषय में बताया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने शौचालय की उपयोगिता पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए। उपस्थित ग्रामीणों और अधिकारियों ने गांव में रैली निकालकर लोगों को शौचालय की उपयोगिता पर जागरूक किया एवं गांव में साफ -सफाई का जायजा लिया एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए।
ये थे मौजूद
कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष अरूण कुमार सिंह, वात्सल्य की मुख्य कार्यकारी डॉ. नीलम सिंह, ब्लाक प्रमुख रंजीत यादव, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष उमेश सिंह, अधिशासी अधिकारी श्रीष मिश्रा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बीकेटी डॉ. केडी मिश्रा, सभासद नीरज यादव, एमपी यादव, दुर्गेश, अवधेश, डबलू सिंह, आशा कार्यकत्री राम कली, आंगनबाड़ी पूनम, स्वच्छता टोली के सदस्य अमिता, रूपाली, दिपांशी, अनीसा, अनुष्का दीशान्त, कृष्णा, कोमल, वसुन्धरा, वात्सल्य कार्यकर्ता राहुल, मोनिका, विनय, चन्द्रभूषण, नवनीत, उत्कर्ष, महेन्द्र, कुलदीप, शगुन, सुधीर, भुआल आदि लोगों ने प्रतिभाग किया।