लखनऊ। लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में बुधवार डेढ साल की मासूम को टीका लगाया गया था। टीका लगाने के बाद मासूम की हालत बिगड़ गई और उसकी कुछ देर बाद घर पर मौत हो गई। आनन-फानन में परिजन बच्चे को लेकर फिर अस्पताल में पहुंचे, जहां जांच करने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने वहां हंगामा करना शुरू कर दिया। पुलिस ने मामला शांत कराया, उधर परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव लेकर चले गए।
यह कहा जांच टीम ने
मामले की सूचना पाकर सीएमओ कार्यालय से टीम पहुंचकर जांच-पड़ताल की। जांच के बाद सीएमओ ने बयान जारी करते हुए कहा कि बच्ची की सांस नली में दूध फंसने से मौत हुई है। अस्पताल के सीएमएस डॉ. सुरेश चौहान ने बताया कि पोस्टमार्टम कराने को कहा गया तो तीमारदारों ने मना कर दिया।
यह लगा था टीका
सरोजनीनगर के माती कमलापुर गांव निवासी हरिमोहन की पत्नी सपना यादव डेढ़ माह की बेटी प्रिंसी को लेकर बुधवार सुबह करीब 10 बजे कानपुर रोड स्थित लोकबंधु राजनारायण अस्पताल पहुंची। यहां पर बेटी को जन्म के डेढ़ माह पर लगने वाले टीका (पोलियो, एफआईपीवी, पीसीवी, पेंटावैलेंट और रोटा वायरस) लगवाया। टीका लगने के बाद परिवारीजन मासूम को लेकर घर चले गए। टीकाकरण के बाद बच्ची की मां ने उसे दूध पिला दिया था और मासूम की हालत बिगड़ गई। करीब 12 बजे तीमारदार प्रिंसी को लेकर लोकबंधु की इमरजेंसी में पहुंची। यहां पर ड्यूटी पर मौजूद महिला ईएमओ ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
अन्य बच्चों को भी लगा है टीका
डॉ. एमके सिंह ने बताया कि लोकबंधु अस्पताल में ही अन्य बच्चों को भी बुधवार को टीका लगाया गया है। जिस बच्ची की मौत हुई उसी वॉयल से 18 बच्चों को ओपीवी, एफआईपीवी-22, पीसीवी-चार, पेंटावैलेंट-नौ और रोटा वायरस वैक्सीन से पांच बच्चों का प्रतिरक्षण किया गया। इनमें से किसी बच्चे को कोई समस्या नहीं हुई है। टीका के बाद बुखार आने की संभावना रहती है।