लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल में एक बार फिर मरीज की मौत के बाद हंगामा हुआ। बुधवार शाम शाम को मामला बढ़ता देख पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया। पीडि़त परिजनों ने आरोप लगाया है कि इमरजेंसी से वार्ड में मरीज को बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के शिफ्ट किया जा रहा था जिससे हालत बिगड़ गई। अब गुस्साए परिजन मामले की शिकायत सीएम पोर्टल पर करेंगे। वहीं इस मामले में बलरामपुर अस्पताल के प्रवक्ता एसएम त्रिपाठी का कहना है कि आरोप बेबुनियाद हैं। महिला मरीज की हालत गंभीर थी। मरीज को ऑक्सीजन लगा था।
ऑक्सीजन नहीं लगाया
सीतापुर के कल्याणपुर निवासी सुमित्रा (68) को शुगर-बीपी की समस्या थी। केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में बेड न खाली होने पर मंगलवार को परिजन बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी भर्ती कराया। बुधवार शाम वृद्धा को वार्ड नंबर सात में शिफ्ट किया गया। बेटी ममता का आरोप है कि इमरजेंसी में मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा था। लेकिन वहां से वार्ड में शिफ्ट करते समय ऑक्सीजन नहीं लगाया गया। शिफ्ट करने के तुरंत बाद ही वृद्धा की सांस उखड़ी और मौत हो गई।
मुख्य चैनल गेट पर ताला
इसके बाद लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद नर्सिंग व दूसरे स्टाफ ने परिवारीजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। लोगों की सूचना पर वजीरगंज कोतवाली से पुलिस पहुंची। पुलिस ने तीमारदारों को शांत कराया। बेटी ममता का आरोप है कि वह शिकायत करने निदेशक कार्यालय पहुंची। यहां मुख्य चैनल गेट पर ताला लगा देख वह लौट गईं।