वाराणसी। गुरुवार को नर्सिंग विद्यार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। नर्सिंग कॉलेज के सामने सड़क पर नर्सिंग के विद्यार्थियों ने प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन चिकित्सा विज्ञान संस्थान के नर्सिंग डिग्री की मान्यता को लेकर किया गया था। प्रदर्शन के दौरान सड़क जाम कर बैठे विद्यार्थियों को प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने हटाने की कोशिश की तो इस दौरान चीफ प्रॉक्टर से नोकझोंक भी हुई। डिग्री की मान्यता ना होने से प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी करते कई छात्राएं रो पड़ी।
नर्सिंग कॉलेज अभी स्टेट मेडिकल फैकल्टी के अधीन
बीएचयू आईएमएस के नर्सिंग कॉलेज का रजिस्ट्रेशन स्टेट मेडिकल फैकेल्टी में नहीं हुआ है। इसके चलते नर्सिंग के छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में पड़ गया है। नर्सिंग कॉलेज पहले इंडियन नर्सिंग काउंसिल से संचालित हो रहा था। अभी स्टेट मेडिकल फैकल्टी के अधीन है। पंजीकरण ना होने से सत्र 2015, 16 व 17 के पास आउट छात्रों की डिग्री मान्य नहीं है। विद्यार्थी पहले भी कई बार अधिकारियों से इसकी शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई भी फैसला नहीं हो सका। जिसके चलते विद्यार्थी गुरुवार को सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
300 छात्र-छात्राओं का भविष्य संकट में
यहां के छात्र-छात्राओं की डिग्री मान्य नहीं होगी जब तक इनका पंजीकरण स्टेट मेडिकल में ना हो जाए। इसके चलते करीब 300 छात्र-छात्राओं का भविष्य संकट में है। नर्सिंग के विद्यार्थियों का कहना है कि विद्यालय प्रशासन हम लोगों की समस्याओं की तरह गंभीर नहीं है। वह कह रहे हैं कि विद्यार्थी खुद कोर्ट में जाएं और समस्या का निराकरण करें।