लखनऊ। नर्सों को अपनी सेवाएं सिर्फ अस्पतालों तक ही सीमित नहीं रखनी चाहिए। प्रत्येक छात्र-छात्राओं को अपने आसपास के एक गांव को गोद ले लेना चाहिए। गोद लिए इस गांव में छात्र-छात्राएं एक माह में एक बार वहां जाकर मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उक्त उद्गार केजीएमयू के कुलपति एमएलबी भट्ट ने अंतर्राष्ट्रीय नर्सेस दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में कही।
37 छात्र-छात्राओं ने रक्तदान किया
यह कार्यक्रम केजीएमयू के कलाम सेंटर में आयोजित किया गया था। इस दौरान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए कुलपति एमएलबी भट्ट ने मौजूद नर्सिंग छात्र-छात्राओं को फ्लोरेंस नाइटेंगल की सेवा भाव के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि फ्लोरेंस नाइटेंगल जैसी सेवा ही नर्सों की सबसे पहली सीख है। इस अवसर पर कॉलेज ऑफ नर्सिंग द्वारा आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप में 4 फैकल्टी सदस्य और 37 छात्र-छात्राओं ने रक्तदान किया।
अच्छा व्यवहार खत्म कर देता दर्द
कार्यक्रम में डीन फैकल्टी ऑफ नर्सिंग एरा मेडिकल कॉलेज लिफ्टीनेंट एंड कर्नल रीना भोपाल ने कहा कि किसी भी चिकित्सालय में सबसे पहले मरीज और तीमारदारों का संपर्क न सही होता है। उसके बाद मेडिकल प्रोफेशन में सबसे पहले पेशेंट केयर की बात आती है। इसलिए नाथद्वारा अच्छा व्यवहार करने से ही मरीज का आधार दर्द खत्म हो जाता है।
मरीज की सेवा भगवान की सेवा
कार्यक्रम में कॉलेज ऑफ नर्सिंग डॉक्टर मधुमति गोयल ने कहा कि नर्सों का प्रोफेशन सामाजिक कार्य की तरह ही सेवा भाव से किए जाने वाला कार्य है। नर्सों का चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है। डीन फैकेल्टी आफ पैरामेडिकल साइंसेज विनोद जैन ने कहा कि नर्स के कार्य को सेवा और पूरा समझ कर करना चाहिए। मरीज की सेवा भगवान की सेवा समझकर करनी चाहिए।
किया गया सम्मानित
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एसएन संखवार ने कहा कि विश्व युद्ध के समय सैनिकों की मृत्यु दर 72 फीसदी थी। उन्हें फ्लोरेंस नाइटेंगल द्वारा नर्सिंग सेवा प्रदान की जाने लगी और यह घटकर करीब 21 फीसदी ही रह गई। कार्यक्रम में कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रधानाचार्य डॉ. रश्मि पी जॉन द्वारा धन्यवाद प्रस्तुत किया। इस अवसर पर बीएससी नर्सिंग एवं एमएससी नर्सिंग के विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों के लिए 12 मई को कॉलेज ऑफ नर्सिंग द्वारा आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप में दान किए जाने के लिए सम्मानित किया गया।