लखनऊ। अस्पताल के स्टाफ की रिश्वतखोरी के चक्कर में फंसकर पिता अपने जुड़वा बच्चों की जिंदगी नहीं बचा सका। यह मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल का है। पीडि़त पिता की शिकायत के बाद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनय कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए प्रसूता के पति से पैसे लेने की आरोपी दोनों नर्सों का एक दिन का वेतन काट लिया गया है।
पूरे रुपये भी वापस कराए गए हैं। बच्चों की मौत के बाद परिवार के लोग आक्रोशित हो गए और सीएचसी में जमकर हंगामा करने लगे। पीडि़त ने मुख्यमंत्री और सीएमओ से मामले की शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।
घर पर ही हो गया था बच्चों का जन्म
कोलवा गांव निवासी अनिल कुमार शर्मा की पत्नी चांदनी शर्मा को रविवार सुबह प्रसव पीड़ा के चलते अनिल ने 108 एंबुलेंस को फोन मिलाया। एंबुलेंस आने से पहले ही पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दे दिया लेकिन दूसरा बच्चा फंस गया था। परिजन परेशान हो गए और निजी वाहन से अस्पताल ले जाने की तैयारी की जाने लगी। कुछ देर बाद एंबुलेंस आ गई। लेकिन इसी दौरान दूसरे बच्चे का भी जन्म हो गया।
स्टाफ नर्स ने रुपये घूस मांगी
दूसरे बच्चे के जन्म होते ही प्रसूता की हालत बिगड़ गई। परिवारीजन एंबुलेंस से प्रसूता को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आए। अस्पताल की स्टाफ नर्स ने 15 सौ रुपये घूस मांगी। अनिल के पास पैसे नहीं थे। दौड़भाग कर आसपास के लोगों से उधार लाकर रुपये का इंतजाम किया। उसके अस्पताल लौटने से पहले ही दोनों नवजात की मौत हो गई थी।
आरोपी नर्सिंग स्टाफ पर कार्रवाई होगी
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि अभी तक शिकायत नहीं मिली है। अपने स्तर से इसे दिखवाएंगे हैं। मामले की जांच कराई जाएगी। आरोपी नर्सिंग कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।