लखनऊ। अब मरीजों को एम्बुलेंस के बारे में सटीक जानकरी मिल सकेगी। चिकित्सा के क्षेत्र में नित नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इस बार एम्बुलेंस को एप से जोड़ा जा रहा है। अब मरीजों को 102 व 108 एम्बुलेंस की सटीक जानकारी मिल सकेगी। इस मोबाइल एप को एम्बुलेंस सेवा के लखनऊ स्थित कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। यही नहीं पायलट और दूसरे कर्मचारी भी कंट्रोल रूम से ऑनलाइन जुड़े रहेंगे।
एम्बुलेंस स्टाफ करेंगे डाउनलोड
नए एप की सुविधा से कंट्रोल रूम को खुद जानकारी मिल जाएगी। कौन सी एम्बुलेंस कितनी जल्द मरीज तक पहुंचेगी। इसकी जानकारी होगी। जरूरतमंद को भी तय समय बता दिया जाएगा। 108 व 102 के स्टेट हेड धनंजय कुमार के मुताबिक अभी तक जीपीएस सिस्टम से सूचनाएं मिल रही थीं। नए मोबाइल एप और अधिक कारगर होगा। इस एप को एम्बुलेंस स्टाफ डाउनलोड करेंगे। यह एप जीपीएस के माध्यम से संस्था के मुख्यालय से जुड़ा रहेगा। इससे एम्बुलेंस की पलपल की जानकारी मुख्यालय पर स्थित कॉल सेंटर के कम्प्यूटर पर दिखायी देगी। जिससे एम्बुलेंस की सटीक लोकेशन और मरीज तक पहुचने में लगने वाले समय की लाइव लोकेशन पता चलेगी।
मरीज के मोबाइल पर आएगा मैसेज
मरीज को एम्बुलेंस आवंटित होते उसके मोबाइल पर मैसेज आएगा। उसमें एबुलेंस की जानकारी जैसे गाड़ी नम्बर, पायलट व ईएमटी का मोबाइल नम्बर तथा एक लिंक होगा। इस लिंक को मोबाइल में खोल कर एम्बुलेंस की लोकेशन तथा उसके पास पहुंचने में लगने वाले समय की सटीक जानकारी मिल जाएगी।