लखनऊ। अब केजीएमयू में जल्द ही एक और नई मशीन आने की उम्मीद है। इस मशीन से नसों में आई सूजन का इलाज किया जाएगा। इसके लिए प्लास्टिक सर्जरी विभाग के इंडो वेनस लेजर मशीन स्थापित की जाएगी। यह जानकारी शनिवार को प्लास्टिक विभाग में लेजर तकनीक पर आयोजित कार्यशाला में केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. एके सिंह ने शनिवार को दी। सबसे बड़ी बात तो यह है कि मशीन से नसों में आई सूजन के लिए मरीज का ऑपरेशन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लेजर तकनीक बीमारी से मरीज करे छुटकारा दिलाएगा।
कुलपति से की मांग
डॉ. एके सिंह ने कहा कि इंडो वेनस लेजर मशीन की मांग केजीएमयू कुलपति से की है। जल्दी मशीन मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया इस उन्होंने बताया कि कई बार हाथ पैर की नसें फूल जाती हैं। इससे मरीज को असहनीय दर्द होता है। खून की दौड़ान भी प्रभावित होती है। केजीएमयू कुलपति डॉ. एमएलबी भट्ट ने कहा कि विभाग में लेजर से त्वचा से जुड़ी सभी तरह की बीमारियों का इलाज हो रहा है। यह देश के किसी भी दूसरी संस्थान से विभाग को अलग करता है। दूरदराज के मरीजों को विभाग में बेहतर इलाज मिल रहा है।
इन्होंने यह कहा
दिल्ली के डॉ. विवेक कुमार ने कहा कि लेजर से चेहरे पर झुर्रियां दाग धब्बे मुहासे आदि का इलाज आसान हो गया है। मरीज को दवा भी खाने की जरूरत नहीं पड़ती है। साथ ही बहुत दिनों तक अस्पताल में भर्ती भी रहने की जरूरत होती है। बिना चीरे के इलाज मुमकिन है। इस मौके पर डॉ. अनिल गंजू, डॉ. बृजेश मिश्रा, डॉ. एलडी धामी आदि ने प्लास्टिक सर्जरी, त्वचा से संबंधी इलाज की नई तकनीक पर विचार व्यक्त किए।