लखनऊ। शुक्रवार को यहां केजीएमयू स्थित कलाम सेंटर में कॉलेज ऑफ नर्सिंग द्वारा आयोजित “ Translating Evidence To Improve Nursing Care In the Clinicals” विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में चेन्नई इम्पेटस हेल्थकेयर स्किल्स प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ डॉ. टीआर उदय कुमार ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में नर्सिंग केयर की भूमिका किसी चिकित्सक से कम नहीं है। नर्सिंग छात्रों व नर्सिंग सेवा के उत्थान के लिए गुणवत्तापरक नर्सिंग शोध कार्य करने की जरूरत है।
उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं में भारतीय जीडीपी का मात्र 1.15 प्रतिशत ही खर्च किए जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत मेडिकल टूरिज्म के लिहाज से बहुत बड़े आकर्षण का केन्द्र है इसलिए आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं पर और अधिक पैसा खर्च किया जाना आवश्यक है।
विद्यार्थियों के काम आएगा ज्ञान और अनुभव
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने नर्सिंग कॉलेज व नर्सिंग पेशे को और अधिक समृद्ध व समर्थ किए जाने के लिए संयुक्त व सहयोगात्मक रूप से ऐसे कार्यक्रमों को आयोजित किए जाने के लिए प्रोत्साहित किया। कुलपति ने ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाने पर नर्सिंग कॉलेज की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस सम्मेलन से मिलने वाला ज्ञान और अनुभव जीवन भर विद्यार्थियों के काम आएगा।
ये थे मौजूद
इस अवसर पर कार्यक्रम की आयोजक नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. रश्मि पी जॉन ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसएन शंखवार, वाइस डीन, नर्सिंग डॉ. पुनिता मानिक, प्रो. उर्मिला सिंह, प्रिंसिपल, एम्स जोधपुर डॉ. राजरानी, वाइस प्रिंसिपल ऐरा कॉलेज ऑफ नर्सिंग डॉ अंजुल समेत विभिन्न नर्सिंग कॉलेज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।