लखनऊ। देश का भविष्य भी सुरक्षित रखना है तो बच्चों का स्वस्थ रहना जरूरी है। बच्चे अगर स्वस्थ हैं तो वे कुपोषण व एनीमिया से मुक्त हैं। कुपोषण व एनीमिया के कई कारण है उनमें से एक कारण पेट में कीड़े होना है। इसके लिए आवश्यक है प्रत्येक 6 माह में कृमि नाशक दवा एल्बेण्डाजोल का सेवन करना चाहिए। उक्त बातें क्रिश्चियन कॉलेज में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ करते हुए विधायक डेंजिल जे गोंडिन ने कही।
दवा पूरी तरह से सुरक्षित
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि अगर हमारे पेट में कीड़े होंगे तो हमारा शारीरिक व मानसिक विकास बाधित होगा। इसलिए हमें एल्बेण्डाजोल की गोली खानी चाहिए। यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है। इसका प्रयोग पूरे विश्व में करोड़ों लोगों द्वारा कृमि संक्रमण के लिए किया जाता है।
13,96,280 बच्चों का लक्ष्य
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एके दीक्षित ने बताया कि 1-19 वर्ष के कुल 13,96,280 बच्चों को एल्बेण्डाजोल की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। जो स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से खिलाई जाएगी। जो बच्चे किसी कारणवश छूट जाते हैं उन्हें 30 अगस्त से 4 सितम्बर तक मॉप अप सप्ताह के दौरान खिलाई जाएगी।
ये थे मौजूद
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय राजा, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाई.के.सिंह, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, प्रोफेसर मालेंदु मिश्रा, जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक विष्णु यादव, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीस, डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटेर्वेंशन सेंटर मैनेजर डॉ. गौरव व गैर सरकारी संगठन एविडेंस एक्शन से सुधीर वर्मा उपस्थित थे।