लखनऊ। मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने राम मनोहर लोहिया संस्थान के प्रेक्षागृह में करीब 45 करोड़ रुपये की पांच मशीनों का लोकार्पण किया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि संस्थान का ग्राफ तेजी से ऊपर की ओर बढ़ रहा है। लोहिया संस्थान की सुविधाएं प्रदेश के किसी भी बड़े अस्पताल से कम नहीं है।
मरीजों को बेहतर इलाज मिल रहा
आशुतोष टंडन ने कहा कि बीते 6 साल में लोहिया संस्थान काफी आगे बढ़ा है। पीजीआई के बाद मरीज लोहिया संस्थान में इलाज कराना अधिक पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा संस्थान नई सुविधाओं को आगे ग्रहण करने में देरी नहीं कर रहा है। यही वजह है कि देश में प्रचालित ज्यादातर तकनीक का यहां इस्तेमाल हो रहा है। मरीजों को बेहतर इलाज मिल रहा है।
इन मशीनों का किया शुभारंभ
लीनैक : रेडियोथेरेपी विभाग में करीब 12.86 करोड रुपए की लागत से लीनैक मशीन स्थापित की गई है। यूपी का यह पहला अस्पताल है जहां तीन लीनैक मशीनें लगी हैं।
पैट सीटी स्कैन मशीन : न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में पैट स्कैन मशीन लगाई गई है। अभी यह जांच पीजीआई में उपलब्ध है।
डीएसए लैब : न्यूरोसर्जरी विभाग में लैब स्थापित है। दिमाग की क्षतिग्रस्त खून की नलियों का इलाज होगा।
मैमोग्राफी : स्तन कैंसर का पता लगाने को 4.4 करोड़ रुपये से मैमोग्राफी मशीन रेडियोलोजी विभाग में स्थापित की गई है।
हाईपर बेरिक थेरेपी : एनेस्थीसिया विभाग में हाईपर बेरिक थेरेपी मशीन लगाई गई है।