गोरखपुर। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी ने जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में बने 100 बेड के मैटरनिटी विंग का संचालन दो सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद जगाई है। जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर सकते हैं।
40 मैटरनिटी विंग बनाए गए
सीडीओ अनुज कुमार सिंह, सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी, महिला अस्पताल के एसआईसी डा डीके सोनकर और जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ. राजकुमार गुप्ता के साथ मैटरनिटी विंग का निरीक्षण करने के बाद प्रमुख सचिव ने कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों से बात की। अधिकारियों ने बताया कि मैटरनिटी विंग का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। इसमें अस्पताल का संचालन किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सूबे में ऐसे 40 मैटरनिटी विंग बनाए गए हैं।
संविदा पर कर्मचारियों की भर्ती
इनमें से गोरखपुर समेत 15 को पब्लिक.प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर संचालित होना था। इसके लिए हिन्दुस्तान लेटेक्स फैमिली प्लानिंग प्रमोशन ट्रस्ट (एचएलएफपीपीटी) से समझौता हुआ था। दूसरे 25 जिलों में बने मैटरनिटी विंग का संचालन स्वास्य विभाग करने जा रहा है। स्वास्य विभाग ने 25 के संचालन की तैयारी शुरू कर दी। संविदा पर कर्मचारियों की भर्ती कर ली गई है। अब पीपीपी माडल पर संचालित करने वाली फर्म ने हाथ खींच लिए हैं।
ऐसे में एक जिले के मैटरनिटी विंग में तैनात कर्मचारियों का तबादला गोरखपुर किया जाएगा। फर्म ने करीब दो करोड़ रुपए के उपकरण खरीदे हैं, जो मैटरनिटी विंग में रखे हैं। इसका उपयोग अस्पताल संचालन में किया जाएगा। प्रमुख सचिव ने जिला अस्पताल में संचालित हो रहे डायलिसिस केंद्र का भी निरीक्षण किया।
जिला अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे ठप
जिला अस्पताल के पुरानी आई ओपीडी बिल्डिंग में लगा डिजिटल एक्स.रे तकनीकी खराबी के चलते बंद है। मरीजों को रोज तकनीकी खराबी का हवाला देकर कल आने को कहा दिया जा रहा है। शुक्रवार को भी डिजिटल एक्स-रे ठप रहा जिससे मरीजों को वापस लौटना पड़ा। एसआईसी डा. आरके गुप्ता ने बताया कि मशीन में तकनीकी खराबी आई है। इंजीनियर को मेल किया गया है। लेकिन वह कहीं और सर्विस दे रहा था। उम्मीद है कि इंजीनियर शीघ्र मशीन ठीक कर दे। मरीजों की सुविधा के लिए अन्य एक्सरे मशीनें चल रही थीं।
जिला अस्पताल को मिले बेहोशी के डॉक्टर
जिला अस्पताल में आपरेशन कराने के लिए अब मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना होगा। प्रमुख सचिव की पहल पर अस्पताल में सीएमओ ने बेहोशक तैनात कर दिया है। पिपराइच सीएचसी के प्रभारी रहे डाण्आरपी गौतम को तत्काल प्रभाव से सीएमओ ने जिला अस्पताल से संबद्ध कर दिया है।