लखनऊ। महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की अध्यक्षता में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से स्वास्थ्य विभाग के सम्बद्ध संगठनों की मैराथन बैठक में समयबद्ध निर्णय लेते हुए महानिदेशक डॉ. पदमाकर सिंह ने सभी नान मिनिस्टीरियल स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को केन्द्र की भांति पेशेंट केयर एलाउंस, अवकाशों में कार्य के बदले एक माह का अतिरिक्त वेतन का प्रस्ताव सोमवार को शासन भेजने का निर्णय लेते हुए निर्देश दिये।
14 मार्च को चीफ फार्मासिस्ट व प्रभारी अधिकारी के पदोन्नति की डीपीसी करने के निर्देश दिये। परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि महानिदेशक ने फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, ऑप्टोमेट्रिस्ट के वेतन विसंगति पर शीघ्र निर्णय कराने के लिए शासन को अर्धशासकीय पत्र लिखकर अनुरोध करने का निर्णय लिया।
प्रस्ताव एक माह में शासन को
उन्होंने सभी निदेशकों को निर्देशित किया कि संघों की मांगों पर शीघ्रता व सकरात्मक कार्रवाई की जाये। बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी कैडर के पुनर्गठन का प्रस्ताव तत्काल शासन को प्रेषित किया जाये। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 11 से 15 के बीच सभी निदेशक संघों के साथ बैठक कर सकारात्मक प्रस्ताव मांगों के अनुरूप शासन को प्रेषित कर व जो समस्याएं महानिदेशालय स्तर की है उसे समयबद्धता के साथ निस्तारित करवाये। सभी कैडर के भत्तों के पुनरीक्षण का प्रस्ताव बैठक में तैयार कर एक माह में शासन भेज दिया जाये।
ये थे मौजूद
उक्त बैठक में डॉ. ज्ञान प्रकाश निदेशक पैरामेडिकल सहित सभी निदेशक व अधिकारी उपस्थित रहे। परिषद के प्रतिनिधिमंडल में सुरेश रावत अध्यक्ष, सुनील यादव प्रमुख उपाध्यक्ष, राजकीय नर्सेज संघ के महामंत्री अशोक कुमार, लैब टेक्नीशियन ऐसो. के महामंत्री बीबी सिंह, ऑप्टोमेट्रिस्ट ऐसो. के अध्यक्ष सर्वेश पाटिल, रविन्द्र यादव महामंत्री, कुष्ठ चिकित्सा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सतीश यादव, महामंत्री आरपी उपाध्याय, प्रयोगशाला सहायक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष एसके पाठक, महामंत्री बीके सिंह, एक्स-रे ऐसो. के महामंत्री राम मनोहर कुशवाहा, फिजियोथेरेपी ऐसो. के महामंत्री अनिल कुमार चौधरी, डेंटल ऐसो. के अध्यक्ष राजीव तिवारी, सुभाष श्रीवास्तव, वीपी सिंह, सुनील कुमार, कमल श्रीवास्तव, जेपी नायक, अजय पांडेय आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।