लखनऊ। डेंगू के इलाज में अभी तक किसी भी प्रकार की वैक्सीन बाजार में उपलब्ध नहीं थी,लेकिन आने वाले समय में इस बीमारी की वैक्सीन आ सकती है। इस पर केजीएमयू के कम्युनिटी मेडिसिन एण्ड पब्लिक हेल्थ विभाग का शोध जारी है। यह कहना है केजीएमयू के कम्युनिटी मेडिसिन एण्ड पब्लिक हेल्थ विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो उदयमोहन का। वह बुधवार को कम्युनिटी मेडिसिन एण्ड पब्लिक हेल्थ विभाग के ६० वें स्थापना दिवस समारोह पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि डेंगू के वैक्सीन के निर्माण पर शोध जारी है। जिसके तहत मऊ,मेरठ,इलाहाबाद तथा हरदोई के लगभग ५०० लोगों का ब्लड सेंपल लिया गया है। उस सेंपल में एंटीजन व एंटीबॉडी का लेवल देखा जायेगा। उन्होंने बताया कि एंटीजन जब शरीर में जाता है,तो उसके विरूद्व बॉडी एंटीबॉडी का निर्माण करती है। जिसे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कहतै और शरीर में रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ा कर रोगों को रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि एंटीबॉडी के कम ज्यादा होने के आधार पर वैक्सीन का निर्माण पर काम किया जायेगा।
मैटर्नल हेल्थ पर शोध बचा रही जान
केजीएमयू के कम्युनिटी मेडिसिन एण्ड पब्लिक हेल्थ विभाग के डा.ओपी.सिंह ने बताया कि मैटर्नल डेथ का सबसे बड़ा कारण प्रसव के पहले तथा बाद में अधिक रक्तश्राव होना है। उन्होंने बताया कि प्रसव के समय रक्तश्राव होने पर यदि समय रहते गर्भवती महिलाओं को अच्छे सेंटर पर इलाज मुहैया हो जाये। तो मैटर्नल डेथ को कम किया जा सकता है।
महामारी के रोकथाम में करता है सहयोग
केजीएमयू का कम्युनिटी मेडिसिन एण्ड पब्लिक हेल्थ विभाग राष्ट्रीय कार्यक्रमों को संचालित करता है। इसके अलावा तकनीकी योगदान भी प्रदान करता है। स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा महामारी आदि के रोकथाम के लिए शोध भी करता है।