लखनऊ। जनपद को एनीमिया मुक्त बनाने की कवायद शुरू हो गयी है | जनपद में इस अभियान के तहत जनवरी माह में जगह–जगह टी-3 ( टॉक-ट्रेस-ट्रीटमेंट) कैंपों का आयोजन किया जाएगा | इसमें एएनएम, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, गर्भवती महिलाओं को एनीमिया के प्रति जागरुक करेंगी और उनके स्वास्थ्य की जांच करेंगी |
एनीमिया मुक्त भारत के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.ए.के. दीक्षित ने बताया- जनवरी में चलाया जाने वाला यह अभियान महिलाओं के लिए है | जो मार्च 2020 तक चलेगा | चिकित्सा व बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग मिलकर अभियान में सहयोग करेंगे | उन्होने बताया 15 से 18 जनवरी तक एएनम, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं को 20 व 21 जनवरी को आयोजित होने वाले टी-3 कैंप में जानकारी देंगी | 20 व 21 जनवरी को गर्भवती महिलाओं की एनीमिया की जांच के लिए टी-3 शिविर का आयोजन किया जाएगा | इसमें महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच होगी | 22 से 31 जनवरी को टी-3 कैंप में चिन्हित गर्भवती महिलाओं से एएनएम, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर आयरन की गोली खाने के बारे में जानकारी देने के साथ ही चिकित्सकों से उपचार करने की सलाह देंगी |
डॉ. दीक्षित ने बताया – यदि गर्भवती महिला के रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी होती है तो उसका असर उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी पड़ता है | इसलिए गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान देना चाहिये | गर्भवती महिलाओं को पूरी गर्भावस्था में कम से कम 180 आयरन की लाल गोलियों का सेवन करना चाहिए | गंभीर रूप से एनीमिया से ग्रसित गर्भवती महिला को चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए | आयरन की गोलियों का सेवन नींबू पानी, आंवला, संतरा अर्थात विटामिन सी युक्त पदार्थों के साथ ही करना चाहिए इससे शरीर में आयरन का अवशोषण अधिक होता है | चाय या दूध के साथ आयरन की गोलियों का सेवन नहीं करना चाहिए | अपने खान-पान पर विशेष ध्यान चाहिए | हरी साग सब्जियों, पीले फल, दाल, दूध व दूध से बने पदार्थ, आदि का सेवन करना चाहिए |