लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय व भारतीय प्रद्योगिकी संस्थान कानपुर के बीच शुक्रवार को आपसी समझौता पत्र हस्ताक्षरित किया गया है। इसका उद्देश्य विद्यार्थी एक-दूसरे संस्थान का दौरा कर अपने-अपने अनुभव को साझा कर शोध को बढ़ावा दे सकेंगे।
क्लीनिकल प्रैक्टिस को सकेंगे
दोनों संस्थान के संकाय सदस्य विद्यार्थी, कर्मचारी एक-दूसरे संस्थान का दौरा कर क्लीनिकल प्रैक्टिस को कर सकेंगे तथा इंजिनियरिंग के सिद्धातों को क्लीनिकल प्रैक्टिस की जरूरतों को समझ कर लागू कर सकेंगे। दोनों संस्थानों द्वारा आपसी सहयोग से विभिन्न शोधों को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
ग्यारह विद्यार्थियों का दल समर इंटर्नशिप पर केजीएमयू
मुख्य संयोजक कार्डियोलॉजी विभाग के आचार्य प्रो. ऋषि सेठी ने बताया कि दोनों संस्थानों के बीच एक-एक सेंटर ऑफ एक्सिलेंस ऑफ बायोमेडिकल इंजीनियरिंग एण्ड इनोवेशन स्थापित करने के लिए प्रदेश की काउंसिल ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी को भेजा गया है। इसके प्रथम चरण में आईआईटी कानपुर के ग्यारह विद्यार्थियों का दल समर इंटर्नशिप पर केजीएमयू आया है। छात्र चिकित्सा विश्वविद्यालय के कार्डियोलॉजी विभाग, कार्डियक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, यूरोलॉजी, इण्डोक्राइन सर्जरी एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग में म्यूटेशन पर जाकर यहां पर होने वाले कार्यों को देखेंगे।
ये रहे मौजूद
समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करने के दौरान प्रो. मधुमति गोयल, अधिष्ठाता, चिकित्सा संकाय, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ तथा डॉ. बीवी फनी, आचार्य, औद्योगिक प्रबंधन व इंजीनियरिंग विभाग व अधिष्ठाता आईआईटी कानपुर ने कुलपति प्रो. मदनलाल ब्रह्म भट्ट, प्रो. शादाब मोहम्मद, अधिष्ठाता, दंत संकाय, प्रो. आर.के गर्ग, अधिष्ठाता शोध संकाय, प्रो. जीपी सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्यांण प्रो. एके त्रिपाठी, प्रभारी एमओयू सेल, प्रो. अब्बास अली मेंहदी, कुलपति एरा यूनिवर्सिटी तथा आईआईटी कानपुर से डॉ. जानकी सेन एवं डॉ. हुमा, सीएसटी मौजूद थे।