लखनऊ। जिले के सभी बड़े चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को वेक्टर जनित रोगों खासकर डेंगू के बारे में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके अलावा सभी सरकारी चिकित्सालयों में डेंगू वार्ड स्थापित करने के निर्देश दिया गया है। इन वार्डों में प्रत्येक शैय्या मच्छरदानी युक्त होनी चाहिए।
उक्त बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में जनपद के समस्त स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों की बैठक में दिए गए। बैठक की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने की।
डेंगू रोगी का परीक्षण केवल एलिजा टेस्ट से ही
डेंगू रोगी का परीक्षण केवल एलिजा टेस्ट से ही करने की सजाह दी गई और पॉजिटिव पाए जाने पर ही डेंगू रोगी की पुष्टि की जाए। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने निर्देश दिया कि समस्त सरकारी चिकित्सालयों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में फीवर हेल्प डेस्क को पहले की तरह क्रियाशील किया जाए तथा फीवर हेल्प डेस्क पर वॉलपेपर वेक्टर बार्न रोगों की जानकारी रखने वाले लोगों की ड्यूटी लगाने के लिए कहा गया।
‘हर रविवार मच्छर पर वार’ अभियान
सभी चिकित्सालयों, स्वास्थ्य केंद्रों में ‘हर रविवार मच्छर पर वार’ अभियान के तहत साप्ताहिक रूप से मच्छर जनित स्थितियों को समाप्त कराने की कार्रवाई करने को कहा गया। बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील रावत, प्रभारी वेक्टर बार्न डिसीज डा. केपी त्रिपाठी तथा जिला मलेरिया अधिकारी डीएन शुक्ला भी मौजूद थे।