लखनऊ। केजीएमयू के हॉस्टल में जूनियर रेजीडेंट डॉ. मनीषा शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में फरार केजीएमयू के सीनियर रेजीडेंट डॉ. ऊधम सिंह को कोर्ट के आदेश के बाद अब गिरफ्तार किया जाएगा। कोर्ट के आदेश के बाद अब वजीरगंज पुलिस डॉक्टर को गिरफ्तार करेगी।
यह है मामला
मृतका मनीषा केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल में एमएस अंतिम वर्ष की छात्रा थी। शनिवार को रात करीब आठ बजे बुद्धा हास्टल में उसने बेहोशी में दिए जाने वाले इंजेक्शन वेक्यूरेनियम की हाईडोज लगा ली थी। उसे ट्रामा सेंटर की वेंटीलेटर यूनिट में भर्ती किया गया था, जहां उसकी सांसें थम गईं। उसकी बड़ी बहन दीपा शर्मा की ओर से यूरो सर्जरी विभाग के सीनियर रेजीडेंट डॉ. उधम सिंह पर प्रताडि़त करने व आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज करवाया था।
इसके बाद से डॉ. ऊधम को वजीरगंज पुलिस आज तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। आपको बताते चलें कि मनीषा का नाम व्यापमं घोटाले में आया था। जमानत के बाद उसने कोर्ट के आदेश पर केजीएमयू में एमएस कोर्स में 2015 में दाखिला लिया था।
गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पुलिस करेगी पेश
डॉ. ऊधम के खिलाफ कोर्ट ने बुधवार को एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया है। इस मामले में वजीरगंज इंस्पेक्टर पंकज सिंह ने बताया कि कोर्ट ने वारंट जारी किया है। पुलिस जल्द ही आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करेगी। विश्वस्त सूत्रों की माने तो डॉ. ऊधम सिंह एनबीडब्ल्यू जारी होने के बाद खुद भी कोर्ट में हाजिर हो सकता है।