लखनऊ। केजीएमयू के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने एक और उपलब्धि हासिल कर ली है। यहां करीब 1 माह के बच्चे को डॉक्टरों की मेहनत से नया जीवन मिला है। यहां के डॉक्टरों ने कड़ी मेहनत के बाद मुंह में भरे ट्यूमर को बाहर निकाल दिया। अब बच्चे और उसके मां-बाप के चेहरे पर मुस्कान है। यह बच्चा सुल्तानपुर का है।
यह था बच्चे को
बच्चे के ऊपरी जबड़े में करीब पैदा होने के 15 दिन बाद से ही सूजन आ गया था। बच्चे को स्तनपान करने में और सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए माता-पिता ने केजीएमयू के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में डॉ. जेडी रावत की यूनिट में भर्ती कराया। डॉक्टरों की टीम ने सबसे पहले बच्चे का सीटी स्कैन, ब्लड और एक्स रे जांच कराया। जांच में पाया गया कि ट्यूमर काफी अंदर तक पहुंच गया था।
यह थी चुनौती
डॉक्टरों के लिए इस बच्चे के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी, बच्चे को बेहोश किया जाए। बेहोशी के बाद 4 से 5 बार मुंह के रास्ते बेहोश करने की नली को डालने की कोशिश की गई। इसके बाद गले में छेद करके ट्यूब को अंदर डालकर बच्चे को बेहोश किया गया। करीब डेढ़ घंटे के ऑपरेशन के बाद डॉ. को सफलता मिल गई। यह ऑपरेशन करीब 1 सप्ताह पहले किया गया था।
4 घंटे तक वेंटिलेटर पर रखा
ऑपरेशन के बच्चे की स्थिति को देखते हुए एनआईसीयू में ट्रांसफर किया गया। यहां बच्चे को 24 घंटे तक वेंटिलेटर पर रखा गया। आज शनिवार को बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया गया है बच्चे के परिजनों ने डॉक्टरों को धन्यवाद दिया। डॉ. जेडी रावत ने बताया कि अब बच्चा स्तनपान कर सकता है। अभी एक सप्ताह में घाव और ठीक हो जाएगा। अब बच्चा स्वस्थ है।
ये थी टीम
सर्जन टीम में डॉ. जेडी रावत, डॉक्टर सुधीर सिंह, डॉ. विपुल, डॉ. सर्वेश और एनएसथीसिया टीम के डॉक्टर अनिता मिलिक, डॉ. प्रेम राज और सिस्टर में वंदना और संतोष कुमारी थीं।