लखनऊ। केजीएमयू में एक नवजात की मौत के बाद लापरवाही का आरोप लगा है। आरोप लगाया गया है कि नवजात को वेंटिलेटर की जरूरत थी लेकिन उसको खराब एंबुबैग लगा दिया गया। इससे नवजात को ट्रामा सेंटर ले जाने के दौरान कई बार मास्क से एंबु में जुड़ा पाइप निकल गया। ट्रामा सेंटर पहुंचने पर एनआईसीयू में बेड फुल होने के चलते भर्ती नहीं किया गया।
इस दौरान परिजन उसे निजी अस्पताल ले जा रहे थे कि उसकी मौत हो गई। इसके बाद तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस मामले की लिखित शिकायत केजीएमयू प्रशासन से की गई है।
यह था मामला
क्वीनमेरी में सीतापुर की सविता का तीन दिन पहले सामान्य तरीके से प्रसव हुआ था। सविता के परिजन के अनुसार जन्म के बाद बच्चा ठीक था। कुछ देर बाद बच्चे को बुखार और सांस लेने में दिक्कत शुरू हुई। डॉक्टर ने देखा को बच्चे का शरीर नीला पडऩे लगा था। बच्चे को तुरंत वेंटिलेटर पर रखने को कहा और ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। परिजन ने बताया कि रेफर करने के दौरान बच्चे को लगाया गया एंबुबैग ढीला था। डॉक्टर ने मास्क के पाइप को संभालकर पकडऩे के लिए कहा था।
डॉक्टर ने कहा कि बेड फुल है
ट्रामा पहुंचने पर नवजात को ऑक्सीजन देते हुए केजुअलटी में लेकर पहुंचे। वहां बताया गया कि एनआईसीयू इमरजेंसी में लेकर जाएं जब डॉक्टर बच्चे को भर्ती करेंगे तभी एडमीशन बनेगा। एनआईसीयू में पहुंचे तो डॉक्टर ने कहा कि बेड फुल है। इसके बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाने की सलाह दी। दूसरे अस्पताल में ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि बच्चे की मौत हो गई।