लखनऊ। केजीएमयू में कर्मचारी और डॉक्टरों का चल रहे झगड़़े का हल आखिरकार निकल ही गया। गुरुवार को कुलपति एमएलबी भट्टï ने कर्मचारियों की मांग मानते हुए चीफ प्रॉक्टर आर कुशवाहा को एक सप्ताह में हटाने की कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अब शुक्रवार से ओपीडी सहित अन्य विभागों के कार्य किए जाएंगे।
यह बात आई सामने
केजीएमयू में बवाल की वजह बने स्टूडेंट श्याम गुप्ता कैम्पस का है ही नहीं। केजीएमयू प्रशासन के सामने यह बड़ा सवाल है कि कैम्पस का ना होते हुए भी इतना बड़ा बवाल आखिर कैसे हो गया। श्याम गुप्ता पर एफआईआर की बात कही जा रही है।
डीसी ऑफिस में हुई वार्ता
कर्मचारियों और डॉक्टरों कें बीच चल रहे झगड़े को लेकर कुलपति प्रो. एमएलबी भट्टï ने कर्मचारियों को ऑफिर में बुलाकर घटना के बारे में चर्चा की। वार्ता के दौरान कुलपति ने कर्मचारियों की बातों को मानते हुए यह माना कि चीफ प्रॉक्टर आर कुशवाहा ने बुधवार शाम 5 बजे तक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था, जो कि उन्होंने नहीं किया। कुलपति ने एक सप्ताह के भीतर ही कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वार्ता के दौरान जिलधिकारी, एसएसपी, कलेक्शन सेंटर के हेड वाहिद अली सहित सभी डॉक्टर और अन्य कर्मचारी भी थे।
कैशियर को हटाने की मांग पर कहा यह
वहीं वार्ता के दौरान मेडिकल सुप्रीटेंडेंट बीके ओझा ने कैशियर पंकज मौर्या को भी हटाने की मांग की। वहां मौजूद रजिस्टार ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया और कहा कि उनकी कोई गलती नही है।