लखनऊ। मरीजों के पास डॉक्टर से ज्यादा नर्स समय देती हैं। कोई भी बात होने पर तीमारदार हों या मरीज सीधे नर्स के पास ही जाते हैं। कभी-कभी ऐसा होता है कि नर्सों को झुंझलाहट आ जाती है। ऐसे में मरीजों का मनोबल बढ़ाने का प्रयास किया जाना चाहिए। उक्त बातें रविवार को श्रुति सभागार में आयोजित नर्सेज समारोह में पीजीआई निदेशक प्रो. राकेश कपूर ने कही। समारोह में नर्सेज मिस फ्लोरेंस को याद किया गया। समारोह में संस्थान की 60 नर्सेज को सम्मानित किया गया।
अच्छा व्यवहार खत्म कर देता है आधी बीमारी
नर्सेज डे समारोह में संस्थान के सीएमएस प्रो. अमित अग्रवाल ने कहा मरीज की आधी बीमारी नर्सेज के अच्छे व्यवहार और बातचीत से दूर हो जाती है। नर्सेज में सेवाभाव का होना बहुत जरूरी है। ऐसे में नर्सेज की अहम जिम्मेदारी होती है। वह उनका सहयोग करें। अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख डॉ.राजेश हर्षवर्धन ने कहा कि नर्सिंग सेवा बिना किसी भेदभाव करनी चाहिये। नर्सिंग सेवा से बेहतर कोई और सेवा नहीं है। इसी सेवा के चलते नाइटेंगिल दुनिया में चर्चित हुईं।
प्रतिभागियों को किया पुरस्कृत
डॉ. हर्षवर्धन ने नर्सेज से कहा ऐसा काम करें कि पीजीआई को इंटरनेशनल नर्सिंग काउंसिल में भागीदारी मिले। यह संस्थान के लिये बड़ी उपलब्धी होगी। चीफ नर्सिंग आफीसर लिज्म्मा कालिब सोलंकी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में संस्थान की नर्सेज ने नृत्य, गायन और नाट्य प्रस्तुति के साथ ही प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बढिय़ा प्रदर्शन करने वाली प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
ये थीं मौजूद
समारोह का संचालन नर्सिंग ऑफीसर नीमा पंत ने किया। समारोह में संस्थान के वार्ड, ओपीडी, ओटी, इमरजेंसी, ट्रामा सेंटर में मरीज हित में कार्य करने वाली करीब 60 नर्सेज को सम्मानित किया गया। इस मौके पर कर्मचारी संघ की अध्यक्ष सावित्री सिंह, एनएसए की सीमा शुक्ला, रेखा मिश्रा, सुनीता सिंह समेत भारी संख्या में नर्सेज उपस्थित थी।