लखनऊ। संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में देश के कई प्रदेशों के अलावा विदेशों से भी काफी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं। विदेशी मरीजों को अन्य देशों की तुलना में काफी सस्ते में अच्छा इलाज हो जाता है। एसजीपीजीआई के निदेशक डाॅ. राकेश कपूर ने बताया कि प्रतिवर्ष 14 दिसम्बर को एसजीपीजीआई, लखनऊ अपना स्थापना दिवस मनाता है।
इसी दिन सन 1980 में तत्कालीन भारत के राष्ट्रपति नीलम संजीवा रेड्डी ने संस्थान की आधारशिला रखी थी। पिछले तीन दशकों में एसजीपीजीआई शहर की एक प्रतिष्ठित पहचान बन चुका है, जहांं प्रदेश से ही नहीं वरन् सम्पूर्ण देश से एवं विदेश से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं।
भारत के शीर्षस्त चिकित्सा संस्थानों में से एक
वर्तमान में पीजीआई भारत के शीर्षस्त चिकित्सा संस्थानों में से एक है जहां पर अति विशिष्ठ चिकित्सा सुविधायें, चिकित्सा शिक्षण व प्रशिक्षण तथा चिकित्सीय शोध किया जा रहा है। पीजीआई अतिविशिष्ठ चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक जाना-माना नाम है, यहां मरीज हित को ध्यान में रखते हुए उत्तम एवं नवीन अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं को कम लागत में उपलब्ध किया जाता है।
डाॅ. नरेश त्रेहान स्थापना दिवस व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे
पीजीआई में निरन्तर होती प्रगति का एक लेखा जोखा आज प्रेस कान्फ्रेन्स के अन्तर्गत संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने रखा।उन्होंंने बताया कि संजय गांधी पीजीआई का स्थापना दिवस सन 1994 को पहली बार विधिवत मनाया गया था। स्थापना दिवस पर इस वर्ष प्रख्यात हृदय शल्य विशेषज्ञ एवं मेदान्ता चिकित्सा एवं रिसर्च सेन्टर के अध्यक्ष पदमभूषण डाॅ. नरेश त्रेहान स्थापना दिवस व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। डाॅ. त्रेहान लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करके 1971 से 1988 तक न्यूयार्क यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर मानहटन में कार्य किया है।
रेजीडेन्ट एवं पैरामेडिकल स्टाफ होंगे सम्मानित
प्रदेश के मुख्य सचिव एवं संजय गांंधी पीजीआई के अध्यक्ष अनूप चन्द्र पाण्डेय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहेंगे तथा इस अवसर पर रेजीडेन्ट एवं पैरामेडिकल स्टाफ को उनके उत्कृष्ट सेवा के लिए वार्षिक पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जायेगा। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी ट्रान्फ्यूजन मेडिसिन विभाग में एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन 09 बजे से शाम 02 बजे तक ब्लड बैंक में किया गया है। स्थापना दिवस की संध्या में संस्थान के सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।