लखनऊ। बलरामपुर चिकित्सालय में एक मात्र आधुनिक डेंटल यूनिट की स्थापना की गई है। यहां का दंत संकाय समस्त जिला अस्पतालों से बेहतर बन चुका है। यहां दांतों को ब्रिज पद्धति से दोबारा जोड़ दिया गया है। चिकित्सालय के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने बताया कि यह प्रादेशिक चिकित्सा सेवाओं में इस प्रकार की प्रथम दंत सर्जरी है।
5200 रुपये में हो गया इलाज
चिकित्सालय के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने बताया कि 56 साल की एक मरीज शशि को डाइबिटीज की शिकायत के साथ ही दांतों में इंफेक्शन के कारण मसूड़ों में सूजन और दांत गिरने की परेशानी शुरू हो गई थी। मरीज के आगे के तीन दांत गिर भी गए थे और मसूड़ों में विकृति भी आ रही थी। ऐसे मरीजों का उपचार निजी क्षेत्र में 40 से 50 हजार रुपये तक का खर्च आता है। लेकिन यहां मरीज को मात्र 5200 रुपये का इम्पलांट डेंटल लैब से क्रय करना पड़ा। डॉ. एसके तिवारी ने मरीज का आरसीटी किया और तीनों दांतों को बदलकर नए दांत लगाए। मरीज के उपचार में ब्रिज तकनीक का प्रयोग किया गया। अब मरीज परहेज के उपरान्त सामान्य जीवन व्यतीत कर सकती हैं।