लखनऊ। प्रदेश के एलोपैथी, आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथ, वेटरनरी, संविदा, जेल और विभिन्न चिकित्सा संस्थानों व अन्य विभागों के फार्मासिस्ट 21 नवम्बर को प्रदेश के सभी जिलों में परिषद द्वारा घोषित मशाल जुलूस को समर्थन किया। अपने-अपने जिलों में जुलूस में शामिल होकर मांगों का जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे। यह निर्णय बुधवार को राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में लिया गया।
ये है मांग
वेतन उच्चीकरण, पदों का पुनर्गठन, उच्च पदों का सृजन, मानक के अनुसार पद बढ़ाने, पेशेंट केयर एलाउंस, वेटरनरी फार्मासिस्टो के पंजीकरण, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एलोपैथिक का वेटरनरी फार्मासिस्ट के पद पर तैनाती, आयुर्वेद व होम्योपैथ फार्मासिस्टो के कैडर में उच्च पदों का सृजन व नियमावली का प्रख्यापन।
यह बात कही
अतुल मिश्रा महामंत्री राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उप्र ने बताया कि बैठक में चिंता व्यक्त की गई कि शासन स्तर पर कई बार हुए समझौतों वह वार्ताओं के बाद भी फार्मासिस्ट संवर्ग की समस्याएं लंबित है। लगभग 2 वर्ष पूर्ण हुए शासनादेश के बावजूद कार्यरत होम्योपैथिक फार्मासिस्टों का पंजीकरण अभी तक नहीं किया गया और जिन पदों के सृजन पर सहमति बन चुकी है उनके शासनादेश निर्गत नहीं हो पा रहे हैं।
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत, महासंघ व वेटरनरी के महामंत्री अशोक कुमार, विद्या धर पाठक अध्यक्ष आयुर्वेद फार्मेसिस्ट एसो, राजेश श्रीवास्तव महामंत्री होम्योपैथी फार्मेसिस्ट एसो उप्र, जिला अध्यक्ष एस एन सिंह, सचिव जीसी दुबे, होम्योपैथ फार्मासिस्ट के अरविंद गुप्ता, आयुर्वेद फार्मासिस्ट संतोष, संविदा फार्मासिस्ट संघ के अध्यक्ष प्रवीण यादव, सचिन, आयुष फार्मासिस्ट संघ के अध्यक्ष हमार जाफरी, परिषद के प्रवक्ता व नर्सेज संघ के महामंत्री अशोक कुमार आदि उपस्थित थे।