डेस्क। गठिया एक दर्दनाक बीमारी है जो अक्सर उम्र ढलने पर लोगों को हो जाती है। ये कई प्रकार की होती है और हर किसी में इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं। अगर आप समय रहते इन लक्षणों पर गौर करके उपचार करवा लेते हैं तो कोई समस्या नहीं होती है।
गठिया का दर्दघ् पत्तागोभी के पत्तों से उपचार करें
जल्दी पता चलने पर डॉक्टर इसका सही इलाज करने के बाद रोगी को एंटी-इंफ्लामेंट्री डग्स देते हैं जिससे पैर और जोड़ सक्रिय बने रहते हैं। 60 वर्ष की आयु के बाद औरतों को अक्सर इस समस्या से जूझना पड़ता है। जानिये गठिया रोग में क्या खाएं और क्या ना खाएं आपको बता दें कि गठिया एक प्रकार की ऑटो इम्यन बीमारी है जिसकी वजह से जोड़ों में सूजन आ जाती है। बोल्डस्काई आपको इस आर्टिकल में गठिया के कुछ विशेष लक्षणों को बताने वाला है जो आपके स्वास्थ्य को सदा निरोगी बनाएं रखने में मदद करेगा।
कठोरता
गठिया की शुरुआत होने से पहले जोड़ों में जकडऩ जैसी हो जाती है और कठोरता महसूस होती है।
सूजन
गठिया के प्रारम्भिक लक्षणों में से एक लक्षण, सूजन होना होता है।
कैचिंग या ग्रिडिंग
यदि आपको जोड़ों में ऐंठन महसूस होती है और उनमें हमेशा तनाव सा रहता है तो समझ जाएं कि आपको गठिया की शुरूआत हो चुकी है।
थकान
रूयेमेटाइड गठिया, शरीर की वह स्थिति होती है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली आपके जोड़ों पर अटैक कर सकती है। इससे शरीर में सूजन बढ़ जाती है और आपको हर पल थकान महसूस होती है।
बुखार और भूख का न लगना
गठिया होने की शुरुआत पर ही बुखार आने लगता है और न के बराबर भूख लगती है। महिलाओं में ये लक्षण उभरते हैं।
लालामी या त्वचा पर रैशेज
गठिया में त्वचा पर रैशेज पडऩा शुरू हो जाते हैं और शरीर पर चकत्ते पडऩे लगते हैं। इसे सोराटिक गठिया कहा जाता है।
गतिशीलता कम होते जाना
गठिया होने पर आपको अपने शरीर में मूविंग करने में दिक्कत होगी और आपको महसूस होगा कि आपको ऐसा करते हुए दर्द भी होता है।