लखनऊ। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संक्रामक रोगों को फैलन से रोकने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सख्त निर्देश दिए हैं। यह निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को दिए गए हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने बदायंू जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आशा राम को शासकीय कार्य के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही बरतने के आरोप में हटाते हुये उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं
उक्त निर्देश स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को योजना भवन में वीडियो कांफ्रेंसिंग से मुख्य चिकित्साधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को दिए। उन्होंने कहा कि संक्रामक रोगों से बचाव एवं रोकथाम के लिये व्यापक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित किये जाएं। इसके अलवा उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कैम्प लगाकर पीडि़तों को हर संभव सहायता दी जाए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। संक्रामक रोगों से बचाव के लिए एन्टी लार्वा दवाइयों का छिड़काव किया जाए तथा आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को क्षेत्र में जाकर स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं की स्थिति एवं समस्याओं की निगरानी करने के निर्देश दिये।
ये रहे मौजूद
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का पायलट रन 8 सितम्बर को लखनऊ मण्डल के अतिरिक्त प्रदेश के समस्त मण्डलों में प्रारम्भ किया जायेगा। पायलट रन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी करा ली जाए। वीडियों कांफ्रेंसिंग के दौरान प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशान्त त्रिवेदी, सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वी. हेकाली झिमोमी, मिशन निदेशक, पंकज कुमार, महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पद्माकर सिंह उपस्थित थे।