लखनऊ। आज के समय में हमारी सेहत के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट और पान मसाला है। यह सबके लिए जहर का काम करता है। तम्बाकू, सिगरेट के सेवन से कैंसर जैसी घातक बीमारियों का जन्म होता है। इससे कईयों की जान भी चली जाती है। यह बातें गुरुवार को इंदिरानगर के विनोबा सेवा आश्रम में तम्बाकू मुक्त लखनऊ अभियान द्वारा आयोजित संगोष्ठी में स्वस्थ्य भारत अभियान के आशुतोष ने कहीं।
सरकार को तत्काल प्रतिबंध लगाना चाहिये
उन्होंने कहा कि आसपास का परिवेश शुद्ध होने पर ही व्यक्ति स्वस्थ्य होगा। इसी क्रम में वक्ताओं ने कहा कि तम्बाकू समेत अन्य नशीली वस्तुओं पर सरकार को तत्काल प्रतिबंध लगाना चाहिये। संगोष्ठी में सम्बोधित करते हुये वक्ता जेपी शर्मा ने कहा कि यूपी में 35.5 फीसदी लोग तम्बाकू का इस्तेमाल करते हैं। धूम्रपान करने वालों की संख्या लगभग 14 फीसदी है। तम्बाकू खाने और चबाने वाले 30 फीसदी लोग हैं।
वेंडर लाइसेंसिंग प्रक्रिया लागू करने पर जोर
अभियान की सदस्य विमला ने कहा कि तम्बाकू की जद में हर रोज 55 सौ बच्चे आ रहे है। जबकि 22 सौ बच्चे मौत के मुंह में जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के लेखक लतान्त प्रसून ने कहा कि तम्बाकू का सेवन बुजुर्गों के साथ ही युवा भी कर रहे हैं। युवाओं को इस जहर से बचाने के लिए उन्होंने वेंडर लाइसेंसिंग प्रक्रिया लागू करने पर जोर दिया। संगोष्ठी में शामिल वक्ताओं ने नशे से दूर रहने की नसीहत दी। संगोष्ठी में आभा भारद्वाज, अभिषेक, दिव्या, अपूर्व प्रताप, मुमताज अली, सुरेंद्र मौर्य, प्रियंका समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।