लखनऊ। बुधवार को विश्व डायबिटीज डे के अवसर पर लायंस क्लब इंटरनेशनल ने मानवीय सेवा मे΄ लोगों को डायबिटीज किट बांटी और लोगों का ब्लड शुगर चेक किया। लायंस क्लब मे΄ 14.7 लाख सदस्य हैं जिनमें से 2.9 लाख सदस्य भारत में है। लायंस लब इंटरनेशनल फाउंडेशन इसका वैश्विक फण्ड है जो विश्वभर के लायंस से चंदे एकत्र करके जरूरतमंदों की सेवा वाली परियोजनाओं पर खर्च करता है।
700 डायबिटीज किट्स का वितरण
14 नवम्बर को वल्र्ड डायबिटीज डे विश्व मधुमेह दिवस पर एलसीआईएफ देशभर मेें लायंस क्लब में माध्यम से 700 डायबिटीज किट्स का वितरण करेगा और 2 लाख से अधिक मरीजों के लड शूगर की जांच करेगा। भारत में विभिन्न लायंस क्लब अल्प सुविधा प्राप्त इलाको΄ मे΄ जागरुकता निर्माण नैदानिक शिविरों के आयोजन और मरीजों को चंगा कर डायबिटीज का फैलाव रोकने का काम कर रहे हैं।
अभियान डायबिटीज की बेतहाशा बढ़ोतरी पर लगाम लगाना,
बुधवार को राजधानी में वल्र्ड डायबिटीज डे में लायंस क्लब इंटरनेशनल फाउंडेशन के चेयरमैन लायन डॉ. नरेश अग्रवाल, एलसीसीआइ के चेयरमैन लायन वीके लूथरा एलसीसीआइ के प्रशासन निदेशक लायन जेपी सिंह तथा एलसीसीआइ के विा निदेशक लायन नवल जे मालू के साथ लायंस क्लब इंटरनेशनल के अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। डॉ. नरेश ने कहा मैंने एलसीआइ का सबसे ठोस अभियान डायबिटीज की बेतहाशा बढ़ोतरी पर लगाम लगाना, आरम्भ किया, भारत मे΄ 6 करोड़ लोग डायबिटीज के शिकार हैं और हर 15 साल पर यह संख्या दोगुनी हो जाती है, लेकिन इसे रोकने के लिए लायंस एकजुट हो गए हैं।
इन्सुलिन की जरूरत
डायबिटीज के कारण और भी कई रोग हो जाते हैं जो हृदय रत, फेफड़े और आखों को प्रभावित करते हैं लेकिन इसका मूल कारण खून में अत्यधिक शर्करा का होना। 90 प्रतिशत मामले महज स्वास्थ्यकर जीवनशैली अपनाने से ठीक हो सकते हैं 10 प्रतिशत मामलों में दवा और आम तौर पर इन्सुलिन की जरूरत पड़ती है।