लखनऊ। केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी में व्यवस्था को सुधारा जा रहा है। अब यहां जूनियर डॉक्टरों के साथ ही प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के डॉक्टरों की भी तैनाती की जाएगी। यानि कि यहां व्यवस्था सुधारने के लिए पीएमएस डॉक्टरों की मदद ली जाएगी। फिलहाल एक डॉक्टर की तैनाती भी हो गई है। अभी तीन और डॉक्टर की तैनाती की जानी है।
केजीएमयू प्रशासन ने की थी मांग
ट्रॉमा सेंटर में प्रतिदिन 120 से 150 मरीज भर्ती किए जाते हैं। जबकि यहां आने वाले मरीजों की संख्या 350 से ज्या ही होती है। इमरजेंसी में मरीजों के दबाव की वजह से अफरा-तफरी रहती है। मरीजों को इलाज के इंतजार करना पड़ता है। मरीजों की सहूलियत के लिए इमरजेंसी में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। केजीएमयू प्रशासन ने व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए चार और डॉक्टरों की मांग की थी। शासन ने उन्नाव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैनात डॉ. समीर कुमार को केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर भेजा है। उन्हें एक वर्ष के लिए प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है।