लखनऊ। नेत्रदान करने वालों में एक नाम और जुड़ गया है। यह नाम है निशातगंज निवासी कमला रावत का। इनकी मौत सोमवार सुबह हुई है। उन्होंने काफी समय पहले ही नेत्रदान के लिए केजीएमयू में पंजीकरण कराया था। निधन होने के बाद स्व. कमला के परिवारीजनों ने नेत्रदान के लिए कार्य कर रहे जीके सेठ से संपर्क किया।
जीके सेठ ने बताया कि अंगदान और नेत्रदान कराने वाले लोगों का मृत्यु के बाद पांच घंटे के अंदर ही अंग या कॉर्निया निकालना होता है। ऐसे ही स्व. कमला की कॉर्निया केजीएमयू के नेत्र विभाग के डॉ. जीशान जहीर खान और डॉ. स्वपनिल दीक्षित व उनकी टीम ने पहुंचकर निकाला। अब उनकी कॉर्निया को जरूरतमंद व पंजीकरण करा चुके लोगों को ही लगाई जाएगी। इससे दो लोग दुनिया देख सकेंगे।