लखनऊ। पीजीआई के ई-रिक्शा चालकों की मनमानी बुधवार को सामने आई। पीजीआई के न्यू ओपीडी में कार्यरत सुनील द्विवेदी को ई रिक्शा चालक ने बुरी तरह से पीट दिया। मारपीट में सैम्पल कलेक्शन में तकनीशियन सुनील के कपड़े भी फट गए थे और उनके चेहरे पर खून भी लगा हुआ था।
मामला सिर्फ इतना था कि सुबह सुनील रिक्शे पर बैठकर न्यू ओपीडी जा रहे थे। ई-रिक्शा चालक ने उन्हें पुरानी ओपीडी पर ही उतार दिया। सुनील ने कहा कि मुझे न्यू ओपीडी जाना है तो चालक ने कम पैसे का हवाला देते हुए मारपीट करना शुरू कर दिया।
भरत सिंह ने कहा नशे में था चालक
घटना की सूचना मिलते ही पीजीआई के कई कर्मचारी इकट्ठा होकर पहले निदेशक के पास गए। यहां कर्मचारियों को कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। गुस्साए कर्मचारियों ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भरत सिंह से गुहार लगाई। भरत सिंह ने कर्मचारियों से कहा कि चालक नशे में था इसलिए ऐसा कर दिया।
बंद कराने की मांग
मारपीट की घटना से आहत कर्मचारी एक स्वर में पीजीआई के अंदर ई-रिक्शा बंद कराने की मांग कर रहे हैं। पहले की तरह सिटी बसों का संचालन करने की बात कही गई है। बुधवार को प्रशासन के दो अधिकारियों से कोई ठोस कार्रवाई ना होने के चलते कर्मचारी गुस्से में हैं। सूत्रों की मानें तो गुरुवार को कई संगठन इस मामले का लेकर मोर्चा खोल सकते हैं।