लखनऊ। मंगलवार को आईएमए भवन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व डाइबिटीज सपोर्ट वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में विश्व मधुमेह दिवस पर निशुल्क शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर सूर्यकांत ने किया। शिविर में करीब 80 मरीजों का निशुल्क शुगर जांच और दवा का वितरण किया गया।
डायबिटीज एक अनुवांशिक रोग
कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि जीवन शैली से लेकर खानपान तक अनेक कारणों से पिछले कुछ वर्षों से डायबिटीज ने अपने पांव तेजी से पसारे हैं। आंकड़े बताते हैं कि जिन बच्चों के माता या पिता किसी एक को अगर डायबिटीज है तो बच्चे को डायबिटीज होने की आशंका 25 फीसदी है और अगर मां-बाप दोनों को डायबिटीज है तो बच्चों को होने की संभावना 50 फीसदी है। दरअसल डायबिटीज एक अनुवांशिक रोग है।
डॉ. सूर्यकांत ने कही ये बात
उन्होंने कहा कि सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि डायबिटीज के रोगियों की संख्या बढऩे का कारण क्या है। उन्होंने बताया कि पिछले 30 साल से हमारा खानपान और जीवन शैली बदल गयी है। बर्गर, पिज्जा जैसे फास्ट फूड खाने के शौकीन हो गये हैं। दूसरा कारण है मोबाइल, पिछले लगभग 20 साल से जबसे मोबाइल आ गया है तब से बच्चों की सक्रियता कम हो गयी है अपने बच्चों को हम मोबाइल थमा रहे हैं जबकि पहले बच्चे कबड्डी, खो-खो, लुकाछिपी जैसे तमाम खेल होते थे जिनमें शरीर की कसरत अपने आप हो जाया करती थी। तीसरा बड़ा कारण है तनाव, हम अपने बच्चों को बचपन से ही तनाव देना शुरू कर देते हैं।
चौथा कारण है कि अब हम लोग खुलकर हंसना, स्वस्थ मनोरंजन नहीं कर पाते हैं, अपने आप को हमने ऐसा रोबोटिक बना दिया है कि अपने और अपने परिवार के लिए खुशी के वे पल जिनमें ठहाके लगाकर, प्रफुल्लित रहते थे, जबकि ऐसे पल अब कितनी बार आते हैं, और पांचवां कारण है उगने वाला अनाज जो पहले गोबर की खाद के इस्तेमाल से पैदा होता था, अब केमिकलयुक्त खादों से उग रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों से अमेरिका जैसा देश ऑर्गेनिक खाद अपना रहा है और हम केमिकलयुक्त खाद पर टिक गये हैं।
30 मिनट तक रोज टहलना जरूरी
शिविर में डायबिटीज विशेषज्ञ व डायबिटीज सपोर्ट वेलफेयर सोसाइटी के सेक्रेटरी डॉ. अरुण पाण्डेय ने जांच के बाद मरीजों को उचित सलाह व दवाएं दीं। कृष्णा होलिस्टिक लाइफस्टाइल के अध्यक्ष व हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश सिंह ने जीवन शैली के महत्व को बताते हुए कहा कि कम से कम 30 मिनट तक रोज टहलना बहुत जरूरी है। इस मौके पर डॉ जगदीश, कृष्णा होलिस्टिक लाइफ स्टाइल के डॉ. एसके श्रीवास्तव, संजय निगम, लायन संजय मेहरोत्रा, लायनेस रचना मेहरोत्रा, स्टेला सहित लायन्स और रोटरी क्लब के अनेक सदस्य भी उपस्थित रहे।