लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग के उन अफसरों के लिए बेहद राहत भरी खबर है जिन्हें दवाओं का स्टाक खत्म हो जाने पर राजधानी के चक्कर काटने पड़ते थे। अब उन्हेंं जिला मुख्यालय पर ही दवाएं उपलब्ध हो जाएंगी।
पांच हजार वर्ग मीटर में बनेगा ड्रग वेयर हाउस
शासन ने सीतापुर शहर में ड्रग वेयर हाउस बनाने के निर्देश दिए हैं। ड्रग वेयर हाउस पांच हजार वर्ग मीटर में बनेगा। इसके बनाए जाने के लिए सीएमओ ने जगह की तलाश शुरू कर दी है। वहीं जिले में एक छत के नीचे मरीज को जांच व दवाओं की समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तीस हेल्थ एंड वेलनेस क्लीनिक बनाए जाएंगे। जिसमें प्रथम चरण में आठ क्लीनिक बनाए जाने का रास्ता साफ करते हुए शासन ने हरी झंडी दे दी है।
1.25 एकड़ जमीन की मांग
स्वास्थ्य विभाग के आवश्यक दवाओं और उपकरण के भंडारण के लिए उचित स्थान नहीं है। विशेष सचिव चिकित्सा एवं स्वाथ्य की ओर से जनपद में मेडिकल सप्लाइज कारपोरेशन स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। अब स्वाथ्य विभाग ने आदेश के क्रम में ड्रग वेयर हाउस के निर्माण के लिए 1.25 एकड़ जमीन की मांग की है। ऐसा स्थान जहां पर भारी वाहन पहुंचने का रास्ता हो वहां जमीन खरीद कर विभाग वेयर हाउस का निर्माण कराएगा। दवा खत्म होने पर सरकारी अस्पतालों को राजधानी से दवा की खेप पहुंचने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
दवा का पर्याप्त मात्रा में स्टाक
सरकारी अस्पताल अपनी जरूरत के हिसाब से मांगपत्र के आधार स्थानीय ड्रग हाउस से दवा प्राप्त कर मरीजों को इसका वितरण कर पाएंगे। ट्रांसपोर्टिंग क्षमता दूर करने के लिए अब जिले में ही ड्रग हाउस बनाया जाएगा। इससे विभिन्न बीमारियों के प्रयोग होने वाली दवा का पर्याप्त मात्रा में स्टाक रहेगा। इसके लिए जनपद में पांच हजार वर्ग मीटर जमीन ( 1.25 एकड़) पर ड्रग वेयर हाउस (दवा गोदाम) बनाने की योजना है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरके नैययर ने शासन से जमीन तलाश कर प्रस्ताव भेजने के निर्देश के बाद जिलाधिकारी से जमीन उपलब्ध कराने की मांग की है।
आठ क्लीनिक बनाए जाने का रास्ता साफ
नैयर ने बताया कि जमीन जिला मुख्यालय के समीप होनी चाहिए और ऐसे स्थान पर होनी चाहिए जहां भारी वाहन आसानी से पहुंच जाए। जिलाधिकारी ने भूलेख विभाग को जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। डीएम के निर्देश के बाद जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। दवाओं के स्टॉक के लिए शासन से ड्रग वेयर हाउस निर्माण के लिए जमीन का प्रस्ताव मांगा गया है। जिलाधिकारी से जमीन की मांग की गई है। अभी जमीन नहीं मिली है। जमीन मिलने के बाद बजट का आवंटन होगा और शासन से चयनित कार्यदायी संस्था की ओर से ड्रग वेयर हाउस का निर्माण कराया जाएगा। इसमें बड़े-बड़े हाल होगे तथा एक एयरकंडीशनर हाल भी होगा। इसकी ऊंचाई छह मीटर लगभग बीस फुट होगी। वहीं जिले में तीस हेल्थ एंड वेलनेस क्लीनिक बनाए जाएंगे। जिसमें प्रथम चरण में आठ क्लीनिक बनाए जाने का रास्ता साफ करते हुए शासन ने हरी झंडी दे दी है।
एक ही स्थान पर जांच तथा दवाएं उपलब्ध
सीएमओ नैययर ने बताया कि ब्लाक मछरेहटा तथा मिश्रिख में आठ हेल्थ एंड वेलनेस क्लीनिेक बनेंगे। जिसमें मछरेहटा क्षेत्र के बीहट बीरम, सडि़ला, गौरिया तथा सेनपुर में बनेगे। जबकि मिश्रिख के लकडियामऊ, चंद्रावल, हुसैनपुर देवगवां तथा आंट में केंन्द्र बनेगे। नैयर की माने तो इन उपकेंन्द्रों में मरीज को एक ही स्थान पर जांच तथा दवाएं उपलब्ध होगी। इसके लिए अब उन्हें बाहर नहीं जाना होगा।